Kangana Ranaut: अभिनेत्री से राजनेता बनी और बीजेपी की सांसद कंगना रनौत ने हाल ही में बॉलीवुड में अपने सफ़र के बारे में खुलकर बात की है. अपने बेबाक बयानों को लेकर सुर्ख़ियों में रहनेवाली कंगना ने दावा किया कि उनकी सफलता की राह शाहरुख खान से भी ज़्यादा चुनौतीपूर्ण थी. दिल्ली में आयोजित पीएचडीसीसीआई के एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने अपनी पृष्ठभूमि और संघर्षों के बीच तुलना की और बताया कि एक छोटे से गांव से होने के कारण उन्हें किन मुश्किलों का सामना करना पड़ा.
दर्शकों को संबोधित करते हुए जिंदगी के अपने अबतक के सफर पर उन्होंने कहा कि मुझे इतनी सफलता क्यों मिली? शायद कोई और नहीं है जो गांव से आया हो और मुख्यधारा में ऐसी सफलता प्राप्त की हो. आप शाहरुख खान के बारे में बात करते हैं. वे दिल्ली से हैं, कॉन्वेंट-शिक्षित हैं. मैं एक ऐसे गांव से थी जिसके बारे में किसी ने सुना भी नहीं होगा - भामला. हो सकता है कि दूसरे लोग असहमत हों, लेकिन मुझे लगता है कि ऐसा इसलिए है क्योंकि मैं बेहद ईमानदार हूं, न केवल लोगों के साथ, बल्कि खुद के साथ भी.
बता दें कि 15 साल की उम्र में ही कंगना ने हिमाचल प्रदेश के अपने गृहनगर भामला को छोड़ दिया था और 19 साल की उम्र में गैंगस्टर से बॉलीवुड में अपनी शुरुआत की. इन वर्षों में, उन्होंने खुद को बॉलीवुड की सबसे प्रशंसित अभिनेत्रियों में से एक के रूप में स्थापित किया है और अपने अभिनय के लिए चार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीते हैं. दूसरी ओर, शाहरुख खान दिल्ली से हैं, जहां उनके पिता राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय की कैंटीन में काम करते थे. 1991 में मुंबई आने से पहले उन्होंने टेलीविजन पर अपने अभिनय करियर की शुरुआत की और अंततः भारतीय सिनेमा के सबसे बड़े सितारों में से एक बन गए.
कंगना के हालिया काम में उनकी निर्देशित पहली फ़िल्म 'इमरजेंसी' शामिल है, जिसमें उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का किरदार निभाया था. 1975 से 1977 तक भारत के 21 महीने के आपातकाल पर आधारित इस फ़िल्म को रिलीज़ से पहले धर्म के कथित गलत चित्रण के लिए कुछ वर्गों की आलोचना भी का सामना करना पड़ा था. फिल्म का बॉक्स ऑफिस पर प्रदर्शन उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहा था.