menu-icon
India Daily

जान्हवी कपूर ने खोली बॉलीवुड की पोल! बताया क्यों करती हैं 'बेवकूफ' बनने का नाटक

बॉलीवुड एक्ट्रेस जान्हवी कपूर ने हाल ही में एक टॉक शो में खुलासा किया कि उन्हें बॉलीवुड में पुरुषों के अहंकार से निपटने के लिए कभी-कभी ‘मूर्ख’ बनने का नाटक करना पड़ता है.

auth-image
Edited By: Babli Rautela
Janhvi Kapoor-India Daily
Courtesy: Instagram (@janhvikapoor)

मुंबई: बॉलीवुड एक्ट्रेस जान्हवी कपूर ने एक खुलासे ने सबको चौंका दिया है. उन्होंने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में एक महिला कलाकार के रूप में उन्हें कई बार पुरुषों के अहंकार से निपटना पड़ता है. इसके लिए वह जानबूझकर ‘मूर्ख’ और अपनी क्षमता से कम समझदार बनने का नाटक करती हैं ताकि किसी को बुरा न लगे. जान्हवी ने यह बात टॉक शो ‘टू मच विद ट्विंकल एंड काजोल’ में कही, जहां वह अपने करियर और निजी अनुभवों पर खुलकर बात की है.

बेवकूफ बनने का नाटक क्यों करती हैं जान्हवी कपूर?

शो के दौरान जान्हवी कपूर ने कहा, 'मैं समझती हूं कि मैं अपने कार्यस्थल में विशेष अधिकार प्राप्त स्थिति से आती हूं. लेकिन मेरे लिए असली चुनौती पुरुषों के अहंकार से निपटना रही है. अगर मेरी कोई राय होती है, तो हाल ही में मैं ऐसे माहौल में रही हूं जहां मैं खुलकर अपनी बात कह सकती हूं. लेकिन कई बार ऐसे कमरे भी रहे हैं जहां मुझे पहले से ही बेवकूफ बनने का नाटक करना पड़ा है.

आपको अपनी लड़ाई चुननी होती है और बिना किसी को नाराज़ किए अपनी बात रखने का तरीका अपनाना होता है.' जान्हवी के इस बयान ने फिल्म जगत में एक बार फिर जेंडर इक्वलिटी और पेशेवर असमानता पर चर्चा छेड़ दी है.

ट्विंकल खन्ना ने दिखाई सहानुभूति

शो की होस्ट ट्विंकल खन्ना ने जान्हवी की बात से सहमति जताई और कहा कि 1990 के दशक में एक युवा एक्ट्रेस के रूप में उन्हें भी यही समस्या झेलनी पड़ी थी. ट्विंकल ने कहा, 'जब मैं छोटी थी, तब मुझे भी यही परेशानी होती थी. मुझे कभी यह समझ नहीं आया कि कूटनीतिक होना कितना जरूरी होता है. लेकिन यह इंडस्ट्री का हिस्सा है.'

एक्ट्रेस के इस कमेंट पर काजोल और करण जौहर ने भी रिएक्ट किया और कहा कि आज की एक्ट्रेसेस पहले से कहीं ज्यादा आत्मविश्वासी हैं, लेकिन बदलाव की राह अभी लंबी है.

अपनी राय कैसे रखती हैं जान्हवी कपूर

जान्हवी ने आगे कहा कि वह अब भी अपने पेशे में सही समय और सही मौके पर अपनी बात रखने की कोशिश कर रही हैं. उन्होंने कहा, 'मैं अभी भी अपनी लड़ाइयां चुन रही हूं. कई बार जब मुझे किसी सीन से असहमति होती है, तो मैं सीधा नहीं कहती कि यह गलत है. मैं बस यह दिखावा करती हूं कि मुझे समझ नहीं आ रहा है. क्योंकि अगर मैं कह दूं कि यह गलत है, तो सामने वाले को लगेगा कि मैं अहंकारी हूं. इसलिए मैं उन्हें 10 अच्छी बातें बताती हूं और फिर धीरे से अपनी राय रखती हूं.'

जान्हवी ने यह भी कहा कि इंडस्ट्री में हर महिला को कभी न कभी ऐसा अनुभव होता है जब उसे अपने विचारों को दबाना पड़ता है ताकि माहौल बिगड़े नहीं.