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पहले गुस्सा फिर वोटिंग मैनेजमेंट की लगाई क्लास..जानिए आखिर क्यों मतदान देने से पहले गौहर खान हो गई थीं गुस्सा

टीवी एक्ट्रेस गौहर खान एक्टिंग कल मतदान के बाद से काफी चर्चा में हैं. जब वह पोलिंग बूथ से बाहर आई तो उनका रिएक्शन काफी गुस्से वाला था.

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Edited By: India Daily Live
gauhar khan

नई दिल्ली: टीवी एक्ट्रेस गौहर खान एक्टिंग कल मतदान के बाद से काफी चर्चा में हैं. दरअसल, एक्ट्रेस कल वोट डालने गई थीं जिसके बाद एक्ट्रेस लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण का वोट डालने पहुंची थी लेकिन पोलिंग बूथ से उन्हें बाहर आते वक्त काफी गुस्से में देखा गया. उनका रिएक्शन देखकर हर तरफ उनकी चर्चा होने लगी कि आखिर उनको क्या हुआ. तो चलिए जानते हैं कि आखिर क्यों गौहर खान को वोटिंग मैनेजमेंट पर गुस्सा आया था.

दरअसल, जब गौहर खान मतदान कररने अपने पोलिंग बूथ पहुंची तो वहां लिस्ट में उनका नाम ही नहीं था और उनको वोट डालने से मना कर दिया. इस बात से एक्ट्रेस आग बबूला हो गईं और वह गुस्से में बाहर आ गई. हालांकि, अब अदाकारा ने वोट डाल दिया है और मुंबई पुलिस का धन्यवाद भी किया.

आइए हम आपको पूरा किस्सा बताते हैं. दरअसल, हुआ यूं कि गौहर खान पहले वोटिंग बूथ पहुंची, जहां उनका लिस्ट में नाम ही नहीं था, जिसके कारण उन्हें वोट डालने नहीं दिया गया. इसके बाद गौहर खान ने वहां अधिकारी से पूछा कि क्या वह मतदान नहीं कर सकती हैं जबकि उनके पास आधार कार्ड है लेकिन फिर भी अधिकारी ने उन्हें वोट डालने के लिए मना कर दिया. 

आइए हम आपको पूरा किस्सा बताते हैं. दरअसल, हुआ यूं कि गौहर खान पहले वोटिंग बूथ पहुंची, जहां उनका लिस्ट में नाम ही नहीं था, जिसके कारण उन्हें वोट डालने नहीं दिया गया. इसके बाद गौहर खान ने वहां अधिकारी से पूछा कि क्या वह मतदान नहीं कर सकती हैं जबकि उनके पास आधार कार्ड है लेकिन फिर भी अधिकारी ने उन्हें वोट डालने के लिए मना कर दिया. एक्ट्रेस ने अधिकारी से कहा की क्या आधार कार्ड जैसा महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट ये नहीं दिखाता है कि वो भारत की नागरिक हैं. हालांकि, इसके बाद जब गौहर खान आईं तो उन्होंने गुस्से में पैपराजी से कहा- 'यह बहुत कनफ्यूजिंग था और यहां का मैनेजमेंट बहुत खराब है'.

इसके 1 घंटे बाद गौहर खान ने अपना वोट डाला. एक्ट्रेस ने एक लंबा-चौड़ा पोस्ट शेयर कर लिखा- कि जब उन्हें वोट डालने से मना किया गया तो उन्होंने अपने क्षेत्र के कुछ दूसरे वोटिंग बूथों पर जाकर अपना नाम पता किया. इसके बाद उन्हें पता चला कि उनका और उनकी मां का नाम एक 15 साल पुरानी बिल्डिंग के एड्रेस पर था. वहां जाकर उन्होंने वोट किया और मुंबई पुलिस का धन्यवाद किया.