'हनुमान' का किरदार निभाने के मामले में दिग्गज एक्टर और बॉडीबिल्डर दारा सिंह की विरासत बेमिसाल है. उन्होंने रामानंद सागर की रामायण में 'भगवान हनुमान' के किरदार को अमर कर दिया. हाल ही में एक इंटरव्यू में दारा सिंह के बेटे और एक्टर विंदू दारा सिंह ने टीवी शो जय वीर हनुमान में 'हनुमान' का किरदार निभाकर और लाइव शो में इस किरदार को निभाकर अपने पिता की तरह बनने के अपने अनुभव का खुलासा किया.
विंदू दारा सिंह ने बताया कि उनके पिता हमेशा उनके साथ रहे और उन्होंने अपने बच्चों को उनके लक्ष्य हासिल करने से कभी नहीं रोका. हालांकि, 'हनुमान' का रोल निभाने के लिए एक्टर के पास सख्त दिशा-निर्देश थे. इसलिए, जब दारा सिंह को पता चला कि उनके बेटे विंदू को छोटे पर्दे पर हनुमान का रोल निभाने का मौका दिया गया है, तो उन्होंने अपने बेटे को कुछ सख्त नियमों का पालन करने के लिए कहा. पहला नियम यह था कि एक्टर को मांसाहारी भोजन खाना छोड़ना होगा.
यूट्यूब चैनल जस्ट बात से बातचीत में एक्टर विंदू ने याद किया कि उनके पिता ने उनसे कहा था कि 'हनुमान' का किरदार निभाना कोई छोटी बात नहीं है. उन्होंने अपने पिता के दिए गए सख्त नियमों की एक लिस्ट दी थी. इस बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, 'उन्होंने मुझसे कहा कि इस किरदार को निभाना कोई छोटी बात नहीं है. इसमें कुछ सख्त नियम शामिल हैं. उन्होंने कहा कि जिस दिन आप इस किरदार को निभाएंगे, आपको नहाना होगा, पूजा-पाठ करना होगा और मांसाहारी भोजन से पूरी तरह परहेज करना होगा.
उन्होंने मुझे चेतावनी दी, 'इसे छूना भी नहीं.' उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि मेरे दिमाग में कोई भी अशुद्ध विचार नहीं आना चाहिए. इन दिशा-निर्देशों का पालन करने के बाद ही उन्होंने मुझे ईमानदारी और भक्ति के साथ इस किरदार को निभाने के लिए कहा. उन्होंने कहा, 'वरना हनुमान जी की ऐसे लट्ठ पड़ेंगे के तू याद रखेगा.'
विंदू दारा सिंह ने उसी बातचीत में 'हनुमान' का किरदार निभाने के अपने निजी अनुभव साझा किए. उन्होंने बताया कि कैसे वेशभूषा और डायलॉग ने उनमें जीवंत ऊर्जा और शक्ति का संचार किया. एक्टर ने बताया कि किरदार निभाने की अवास्तविक भावना के बावजूद, यह शक्तिशाली जुड़ाव सिर्फ उनके लिए ही नहीं था.
उन्होंने कहा कि जब दिग्गज एक्टर ने दिव्य चरित्र को निभाया था, तो उनके पिता ने भी ऐसी ही भावनाएं साझा की थीं. विंदू ने अपने पिता दारा सिंह के बारे में एक किस्सा सुनाया और बताया कि इस किरदार ने एक्टर के जीवन पर कितना गहरा प्रभाव डाला. उन्होंने बताया कि रामायण समाप्त होने के बाद भी, दारा सिंह कभी-कभी नींद में 'हनुमान' के डायलॉग बोलते थे.