Trump Becomes First World Leader To Announce Gaza: अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को इजरायल और हमास के बीच एक मेजबान समझौते की घोषणा की, जिसके तहत लगभग पांच दिन पहले एक महत्वपूर्ण समझौता हुआ. ट्रम्प इस समझौते के बारे में बयान देने वाले पहले विश्व नेता बने, जबकि अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन की व्हाइट हाउस की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई थी. यह समझौता अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन के तहत हुआ, लेकिन ट्रम्प ने इस घटना के बाद खुद को प्रमुख नेता के रूप में प्रस्तुत किया. आइए जानें कि कैसे यह समझौता डोनाल्ड ट्रम्प के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है.
20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे. उससे पहले ही इजरायल और हमास का युद्ध समाप्त होना कहीं न कहीं उनके छवि को साफ सुथरी पेश करने का काम करेगी. क्योंकि उन्होंने रूस यूक्रेन युद्ध और इजरायल हमास युद्ध के लिए कई बार जो बाइडेन प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया था. अब जो बाइडेन ने जाते-जाते जो काम किया है उससे ट्रंप को फायदा होगा.
ट्रम्प ने अपनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर लिखा, "हमने मध्य-पूर्व में बंधकों के लिए एक समझौता किया है. वे जल्द ही रिहा होंगे. धन्यवाद!" इस घोषणा से पहले, बाइडन प्रशासन से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया था.
ट्रम्प ने यह भी कहा था कि यदि बंधक जल्दी नहीं छोड़े गए, तो इसके गंभीर परिणाम होंगे. उनकी टिप्पणी इजरायल और हमास के बीच लंबे समय से चल रहे संघर्ष में बंधकों की रिहाई को लेकर उनके सख्त रुख को दर्शाती है.
ट्रम्प ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर इस समझौते की घोषणा की, जिसमें बंधकों की रिहाई और युद्ध विराम की बात की गई थी. उन्होंने कहा, “हमारे पास मध्य पूर्व के बंधकों के लिए एक समझौता है. वे जल्द ही रिहा होंगे. धन्यवाद!” ट्रम्प ने यह टिप्पणी उस समय की, जब जो बाइडेन के व्हाइट हाउस से अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई थी.
ट्रम्प ने पहले ही चेतावनी दी थी कि अगर बंधकों को जल्द रिहा नहीं किया गया, तो इसके गंभीर परिणाम होंगे. उनका बयान उस समय आया जब गाजा में हिंसा के कारण हजारों लोग प्रभावित हो रहे थे और इज़राइल की सैन्य कार्रवाई जारी थी. 7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा किए गए हमले के बाद से, इज़राइल और हमास के बीच तनाव बढ़ गया था.
यह समझौता राष्ट्रपति जो बाइडेन के तहत हुआ, लेकिन ट्रम्प ने इसे अपनी सफलता के रूप में पेश किया. जो बाइडेन के प्रशासन ने इस समझौते के लिए कड़ी मेहनत की, लेकिन ट्रम्प का यह कहना था कि अगर वे सत्ता में होते, तो यह प्रक्रिया और तेज होती. ट्रम्प के बयान ने यह स्पष्ट किया कि वह मध्य पूर्व में अमेरिका के प्रभाव को लेकर बेहद सक्रिय रहते थे और इसे अपनी आगामी रणनीति का हिस्सा मानते थे.
राजनीतिक पूंजी में वृद्धि: ट्रम्प के लिए यह समझौता एक बड़ी राजनीतिक जीत हो सकती है. मध्य पूर्व में शांति के लिए किए गए उनके प्रयासों को अमेरिकी जनता और दुनिया भर में प्रशंसा मिल सकती है. इससे उनका चुनावी समर्थन भी बढ़ सकता है.
विदेश नीति की छवि में सुधार: ट्रम्प का यह कदम उनकी विदेश नीति के दृष्टिकोण को मजबूत कर सकता है. इस समझौते के माध्यम से उन्होंने यह संदेश दिया कि वे वैश्विक संघर्षों में सक्रिय रूप से हस्तक्षेप कर सकते हैं और कूटनीतिक समाधान ढूंढने में सक्षम हैं.
बाइडेन के प्रशासन को चुनौती: ट्रम्प ने इस समझौते को अपनी विदेश नीति की सफलता के रूप में पेश किया, जिससे बाइडेन के प्रशासन पर सवाल उठ सकते हैं.
मध्य पूर्व में अमेरिकी प्रभाव: ट्रम्प के नेतृत्व में अमेरिका ने हमेशा मध्य पूर्व में अपनी मजबूत स्थिति बनाए रखने की कोशिश की थी. इस समझौते को अपनी कूटनीतिक सफलता के रूप में पेश करने से उनका यह दृष्टिकोण और मजबूत हो सकता है.
इस युद्ध विराम और बंधकों की रिहाई का समझौता जो बाइडेन के प्रशासन के तहत हुआ, डोनाल्ड ट्रम्प ने इसे अपनी कूटनीतिक सफलता के रूप में प्रस्तुत किया. इस कदम से उन्हें राजनीतिक रूप से लाभ हो सकता है.