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सेंसरबोर्ड रिश्वतखोरी मामला: पूर्व चेयरमैन ने मांगा प्रसून जोशी का इस्तीफा, कहा- सारी पॉवर सीओ के पास...

Censorboard Corruption Case: केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सेंसरबोर्ड में भ्रष्टाचार के आरोपों को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मामले पर तुरंत जांच बिठा दी है.

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Sagar Bhardwaj

Censorboard Corruption Case: कन्नड़ डायरेक्टर व एक्टर विशाल के आरोपों के बाद केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) में घूसखोरी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस बीच CBFC के पूर्व चेयरमैन पहलाज निहलानी वर्तमान चेयरमैन प्रसून जोशी के इस्तीफे की मांग की है.

निहलानी ने कहा कि इंडस्ट्री की भलाई के लिए प्रसून जोशी को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए. अगर वो वक्त नहीं दे पा रहे हैं तो उन्हें इस कुर्सी पर बैठे रहने का कोई हक नहीं. वो चेयरमैन ऑफिस में बैठते नहीं हैं और सारी पॉवर सीओ को दे रखी है.

उन्होंने कहा कि क्लियरेंस का काम चेयरमैन का होता है लेकिन वहां तो सीओ कर रहा है. निहलानी ने कहा कि सीओ का काम केवल एडमिनिस्ट्रेशन देखना है. सेंसरबोर्ड ऑफिस में जो हो रहा है वह बहुत शर्मनाक है.

लंबे समय से जारी कै सेंसरबोर्ड में करप्शन का सिलसिला


पहलाज ने कहा कि उस प्रोड्यूसर बंदे ने तो अब जाकर हिम्मत दिखाई है लेकिन में बता दूं कि वहां करप्शन का सिलसिला बहुत समय से चल रहा है. निहलानी ने कहा कि उन्हें कई प्रोड्यूसर्स के मैसेज आते हैं कि सर आप थे तो हमें कोई दिक्कत नहीं थी लेकिन अब जो है वहां बिना पैसे के कुछ होता ही नहीं है. यहां तक की लोग फिल्में भी नहीं देखते हैं. उन्होंने कहा यहां खुल्लम-खुल्ला करप्शन हो रहा है. अब देखना कई प्रोड्यूसर्स और डायरेक्टर सामने आएंगे और अपनी व्यथा बताएंगे.

अभिनेता ने लगाए सेंसर बोर्ड में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप


विशाल की फिल्म मार्क एंटनी 15 सितंबर को रिलीज हुई थी. इस फिल्म का हिंदी वर्जन 28 सितंबर को रिलीज होगा. इस बीच विशान ने एक वीडियो शेयर कर दावा किया है कि उन्हें अपनी फिल्म के हिंदी वर्जन का सर्टिफिकेट लेने के लिए सेंसर बोर्ड को 6.5 लाख रुपए की घूस देनी पड़ी. उन्होंने कहा कि अपनी बात को साबित करने के लिए उनके पास सबूत भी हैं.

केंद्र ने बिठाई जांच


केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने विशाल के आरोपों पर तुरंत जांच बिठा दी है.  मंत्रालय ने कहा कि सीबीएफसी में भ्रष्टाचार का जो मामला सामने आया है वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. सरकार की भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस रखती है. जो भी इस मामले में लिप्त होगा उसके खिलाफ कठोर  कार्रवाई की जाएगी. मंत्रालय ने मामले दी जांच के लिए एक वरिष्ठ अधिकारी को आज ही मुंबई जांच के लिए भेजा है. हम सभी से अनुरोध करते हैं कि अगर किसी और के साथ ऐसा हुआ है तो वह हमें इसकी सूचना दे.