मुंबई: बॉलीवुड और इंडियन म्यूजिक इंडस्ट्री के सुपरस्टार रैपर बादशाह आज अपना 40वां जन्मदिन मना रहे हैं. बादशाह का असली नाम आदित्य प्रतीक सिंह सिसोदिया है और वह हरियाणा के रहने वाले हैं. रील लाइफ में जहां उनका व्यक्तित्व चमक दमक से भरा दिखाई देता है, वहीं असल जिंदगी में बादशाह बेहद शांत, सरल और जमीनी स्वभाव के इंसान हैं. उनकी सफलता आज भले ही आसमान छू रही हो, लेकिन इस मुकाम तक पहुंचना आसान नहीं था.
बहुत कम लोग जानते हैं कि बादशाह को पढ़ाई में खासकर मैथ सब्जेक्ट में बहुत रुचि थी. उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था कि उनका सपना रैपर बनना नहीं बल्कि एक आईएएस अधिकारी बनना था. वह चाहते थे कि वह अपने परिवार का नाम रोशन करें और सरकारी सेवा में जाकर देश की सेवा करें.
बादशाह ने अपने म्यूजिक करियर की शुरुआत साल 2006 में माफिया मुंडीर नाम के ग्रुप के साथ की थी. इस ग्रुप में कई युवा कलाकार शामिल थे जो उस दौर में रैप को एक नई पहचान दिला रहे थे. शुरुआती दिनों में बादशाह ने एल्बम गेट अप जवानी में यो यो हनी सिंह के साथ काम किया. दोनों ने मिलकर कई गीतों पर काम किया और बादशाह को इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाने का मौका मिला.
इसके बाद बादशाह ने इंद्रदीप बख्शी के साथ हाथ मिलाया और दोनों ने सैटरडे सैटरडे गीत बनाया. यह गाना रिलीज होते ही सुपरहिट हो गया और बादशाह का नाम इंडस्ट्री में गूंजने लगा. लेकिन असली स्टारडम उन्हें साल 2015 में डीजे वाले बाबू गाने से मिला.
बादशाह का गाना डीजे वाले बाबू आस्था गिल के साथ रिलीज हुआ और इसने रिलीज के सिर्फ 24 घंटों में इंडियन आईट्यून्स चार्ट में नंबर वन की पोजिशन हासिल कर ली. यह गाना युवाओं के बीच झट से हिट हो गया और इसके बाद बादशाह संगीत जगत में एक बड़ा नाम बन गए. आज भी यह गाना हर पार्टी की पहली पसंद माना जाता है.
बादशाह हमेशा कहते हैं कि जो व्यक्ति अपने काम में ईमानदार रहेगा उसकी सफलता निश्चित है. उन्होंने स्वीकार किया था कि हर नए गाने की रिलीज से पहले उन्हें घबराहट होती थी. लेकिन समय के साथ उन्होंने इस डर पर काबू पाया और खुद को मजबूत बनाया. उनका मानना है कि मेहनत और विश्वास ही व्यक्ति को आगे बढ़ाते हैं.