नई दिल्ली: भारत दुनिया का पहला देश बन गया है, जिसने निवेश प्रदर्शन की जांच के लिए एक मानक ढांचा तैयार किया है. सेबी ने PaRRVA प्लेटफॉर्म का पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च किया, जिससे निवेशकों को भरोसेमंद रिटर्न डेटा मिल सकेगा.
आपको बता दें कि भारत ने निवेश बाजार में पारदर्शिता बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है. सेबी के चेयरमैन तुहिन कांत पांडे ने ‘पास्ट रिस्क एंड रिटर्न वेरिफिकेशन एजेंसी (PaRRVA)’ नामक नए प्लेटफॉर्म का पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च किया. यह ढांचा निवेश प्रदर्शन की सत्यता को परखने के लिए तैयार किया गया है. इससे निवेशकों को सही और प्रमाणित रिटर्न का रिकॉर्ड देखने का अवसर मिलेगा. यह प्रणाली रजिस्टर्ड मार्केट इंटरमीडियरीज को भी अपनी असली उपलब्धियों को दिखाने का मौका प्रदान करेगी.
सेबी ने घोषणा की कि PaRRVA प्लेटफॉर्म के लॉन्च के बाद भारत वह पहला देश बन गया है, जिसने निवेश प्रदर्शन की सत्यापन व्यवस्था को औपचारिक रूप दिया है. इंटरनेशनल मार्केट में गलत या अप्रमाणित रिटर्न दावों का खतरा रहता है, ऐसे में यह पहल निवेशकों के भरोसे को बढ़ाएगी. सेबी चेयरमैन ने कहा कि यह स्वतंत्र और पारदर्शी प्रणाली बाजार में जिम्मेदारी को नई दिशा देगी.
तुहिन कांत पांडे के अनुसार, सेबी के नियमों के चलते निवेश सलाहकार, स्टॉक ब्रोकर और विश्लेषक अक्सर अपने पुराने प्रदर्शन का उल्लेख नहीं कर पाते, जबकि अपंजीकृत संस्थाएं अक्सर झूठे दावे करती रहती हैं. PaRRVA के जरिए रजिस्टर्ड प्रोफेशनल अब अपने सत्यापित रिटर्न दिखा सकेंगे, जिससे निवेशकों के सामने असली और नकली दोनों प्रकार की सेवाओं में फर्क करना आसान होगा.
इस नई प्रणाली में सेबी द्वारा पंजीकृत क्रेडिट रेटिंग एजेंसी (CRA) को PaRRVA की भूमिका दी गई है, जबकि एक मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंज डेटा सेंटर के रूप में काम करेगा. दोनों संस्थाएं मिलकर रिटर्न की जांच करेंगी. यह जांच पूरी तरह मानकीकृत और पारदर्शी प्रक्रिया के तहत होगी. मनचाहे समयावधि चुनकर रिटर्न को बेहतर दिखाने की कोशिशें भी इस ढांचे में संभव नहीं होंगी.
PaRRVA प्लेटफॉर्म फिलहाल सीमित श्रेणियों के लिए चालू किया गया है. शुरुआती चरण में यह सुविधा निवेश सलाहकारों, शोध विश्लेषकों और एल्गोरिदमिक ट्रेडिंग मुहैया कराने वाले स्टॉक ब्रोकरों के लिए उपलब्ध होगी. सेबी ने बताया कि आगे जरूरत और अनुभव के आधार पर इसे अन्य बाजार सहभागियों तक भी बढ़ाया जा सकता है.
CAREEdge Ratings के समूह मुख्य कार्यकारी मेहुल पांड्या ने कहा कि एजेंसी लगभग एक वर्ष से इस परियोजना पर काम कर रही थी. उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में PaRRVA न सिर्फ निवेशकों के लिए उपयोगी साबित होगा, बल्कि बाजार की पारदर्शिता को भी नई ऊंचाई देगा. इस प्लेटफॉर्म में CRA के लिए भी आगे चलकर राजस्व की संभावनाएं मौजूद हैं।