Indigo Airlines: एयरलाइन रैंकिंग पर आधारित एक रिपोर्ट में इंडिगो को लेकर सवाल उठाए गए. इस रिपोर्ट में इंडिगो को खराब प्रदर्शन के लिए आंका गया, जिससे सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई. इंडिगो के ग्राहक और आलोचक दोनों इस पर प्रतिक्रिया देने लगे. इस मुद्दे पर कंपनी ने साफ और तीखा जवाब दिया. एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि इंडिगो दुनिया की सबसे खराब एयरलाइन है. कंपनी ने दावों को खारिज करते हुए कहा कि हम भारत की सबसे पसंदीदा विमानन कंपनी हैं.
इंडिगो ने अपने बयान में बताया कि भारत के नागरिक उड्डयन नियामक, डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA), हर महीने एयरलाइन की समयपालन (पंक्चुअलिटी) और ग्राहक शिकायतों का डेटा प्रकाशित करता है. कंपनी ने इस डेटा के आधार पर कहा: "इंडिगो समयपालन में लगातार उच्च स्कोर करती है. एयरलाइन के पैमाने और संचालन के अनुसार उसकी ग्राहक शिकायतों की दर सबसे कम है."
एयरहेल्प, एक यूरोपीय यात्री दावा प्रक्रिया कंपनी, ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में इंडिगो को निचले पायदान पर रखा. इस रिपोर्ट ने वैश्विक ग्राहक दावों, समयपालन, और यात्रियों से मिले फीडबैक के आधार पर रैंकिंग जारी की. लेकिन इंडिगो ने इस रिपोर्ट की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए.
कंपनी ने आगे कहा, "रिपोर्ट में भारत से सैंपल साइज और विश्लेषण की पद्धति स्पष्ट नहीं है. ग्लोबल एविएशन इंडस्ट्री की मुआवजा गाइडलाइन्स को नजरअंदाज किया गया है, जिससे रिपोर्ट की प्रामाणिकता पर शक होता है."
बढ़ती लोकप्रियता और बाजार में हिस्सेदारी DGCA के आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी से सितंबर तक के नौ महीनों में इंडिगो ने 7.25 करोड़ से अधिक यात्रियों को सेवा दी.
एयरलाइन की बाजार हिस्सेदारी 61.3% रही. वर्तमान में इंडिगो 380 से अधिक विमानों के बेड़े के साथ 2,100 दैनिक उड़ानें संचालित कर रही है. यह भारत के 85 से अधिक घरेलू और 30 अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों को जोड़ती है.