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बाइक चलाते समय ये जरूरी काम करने से टलेगा टायर फटने का खतरा, जानें क्या हैं सुरक्षा टिप्स?

सुरक्षित बाइकिंग के लिए टायर की सही देखभाल, हवा का नियमित चेक और सावधानीपूर्ण ड्राइविंग जरूरी है. ये कदम टायर फटने और गंभीर सड़क दुर्घटनाओं से बचाव में मदद करते हैं.

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Edited By: Kuldeep Sharma
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Courtesy: social media

मोटरसाइकल चलाना हमेशा रोमांचक और मजेदार अनुभव होता है, लेकिन यह तभी सुरक्षित है जब आप अपनी बाइक और टायर का सही ध्यान रखें. कई बार छोटी-छोटी लापरवाहियां भी गंभीर दुर्घटना का कारण बन सकती हैं.

सड़क पर टायर फटने जैसी घटनाएं अक्सर सुनने में आती हैं, जो वाहन चालक की जान के लिए खतरा बन जाती हैं. इसलिए यह जानना बेहद जरूरी है कि किन गलतियों से टायर फटने का खतरा बढ़ता है और आप कैसे इन्हें बचा सकते हैं.

टायर प्रेशर को रेगुलरली चेक न करना

टायर फटने का सबसे आम कारण गलत हवा का दबाव है. कम हवा होने पर टायर की साइडवॉल पर अधिक दबाव पड़ता है, जिससे वह गर्म होकर कमजोर हो जाता है. वहीं, ज्यादा हवा होने पर टायर बीच से फूल जाता है और सड़क से संपर्क कम हो जाता है. इससे गड्ढे या अचानक झटके के समय टायर फटने का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए हर हफ्ते या कम से कम 15 दिन में एक बार टायर प्रेशर जरूर चेक करें और निर्माता द्वारा बताई गई मात्रा में ही हवा भरें.

टायरों की कंडीशन पर ध्यान न देना

टायर का घिसाव और उसकी बाहरी स्थिति सुरक्षा के लिए बहुत जरूरी है. टायर पर बनी गहरी लाइनों को ट्रेड कहा जाता है, जो पानी को हटाकर सड़क पर पकड़ बनाने में मदद करती हैं. अगर ये लाइनें घिस जाएं या टायर में कट, दरारें हों, तो टायर फिसल सकता है या अचानक फट सकता है. ऐसे टायर तुरंत बदलवाना चाहिए. नियमित निरीक्षण और समय पर टायर बदलना सड़क पर आपकी सुरक्षा सुनिश्चित करता है और दुर्घटना का खतरा कम करता है.

सुरक्षित तरीके से मोटरसाइकल न चलाना

ओवर स्पीडिंग, ओवरटेकिंग और रैश ड्राइविंग से टायर पर अत्यधिक दबाव पड़ता है. तेज स्पीड में अचानक ब्रेक लगाने या खराब सड़क पर बाइक चलाने से टायर डैमेज होकर फट सकते हैं. इसके अलावा गड्ढे या असमान सतह पर तेज रफ्तार से बाइक चलाना भी खतरे को बढ़ाता है. इसलिए हमेशा सावधानीपूर्वक, सड़क और ट्रैफिक नियमों का पालन करते हुए बाइक चलाएं.

ओवरलोडिंग से बचें

मोटरसाइकल पर जरूरत से ज्यादा वजन रखने से टायर पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है. ओवरलोडिंग से टायर का नियंत्रण खो सकता है और अचानक फटने का खतरा बढ़ जाता है. यह न सिर्फ टायर को नुकसान पहुंचाता है बल्कि सड़क पर दुर्घटना का कारण भी बन सकता है. इसलिए बाइक पर केवल तयशुदा क्षमता के अनुसार सामान और सवार ही रखें.

नियमित मेंटेनेंस और सतर्कता

सुरक्षित बाइकिंग के लिए टायरों के अलावा ब्रेक, सस्पेंशन और लाइटिंग की नियमित जांच भी जरूरी है. समय-समय पर पूरी बाइक की जांच करने से संभावित खतरे को पहले ही रोका जा सकता है. सड़क पर सतर्क रहने और अपनी बाइक का ध्यान रखने से दुर्घटना की संभावना काफी कम हो जाती है. यह सभी कदम मोटरसाइकल चलाते समय आपकी सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं.