Monsoon Driving Tips: मानसून का मौसम जहां एक तरफ ठंडी हवाओं और भीगे माहौल से राहत देता है, वहीं दूसरी तरफ ड्राइवरों के लिए कई चुनौतियां भी लेकर आता है. बारिश के दौरान सबसे बड़ी समस्या वीजिबिलिटी (दृश्यता) में कमी होती है, जिससे सड़क और सामने आने वाले वाहन स्पष्ट दिखाई नहीं देते. ऐसे में गाड़ी चलाना बेहद जोखिम भरा हो सकता है, खासकर हाईवे और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में. मौसम खराब होने पर छोटी सी गलती भी बड़े हादसे में बदल सकती है.
ऐसी स्थिति में सावधानी और सही ड्राइविंग तकनीक का इस्तेमाल करना बेहद जरूरी हो जाता है. बारिश में फिसलन भरी सड़कों और धुंधले शीशों के बीच सुरक्षित ड्राइविंग के लिए कुछ बेसिक लेकिन कारगर उपाय अपनाकर आप बिना रुकावट और सुरक्षित सफर कर सकते हैं. यहां हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बता रहे हैं, जो बारिश में आपकी विजिबिलिटी बेहतर बनाएंगे और सफर को आसान करेंगे.
हेडलाइट और फॉग लाइट ऑन रखें: हल्की या तेज बारिश में हमेशा लो बीम हेडलाइट जलाकर चलें. अगर कोहरा या धुंध है तो फॉग लाइट का इस्तेमाल करें. इससे सामने वाले वाहन को भी आपकी कार साफ नजर आएगी.
विंडशील्ड वाइपर की जांच करें : वाइपर ब्लेड अच्छी स्थिति में होने चाहिए और स्पीड एडजस्टमेंट सही होना चाहिए. पुराने वाइपर बारिश में पानी ठीक से साफ नहीं कर पाते, जिससे विजिबिलिटी और कम हो जाती है.
डीफॉगर और एसी का सही इस्तेमाल करें: बारिश में शीशों पर धुंध जम जाती है, जिससे बाहर का दृश्य धुंधला हो जाता है. ऐसे में फ्रंट और रियर डीफॉगर ऑन करें और जरूरत पड़ने पर एसी चलाकर शीशे की नमी हटाएं.
स्पीड कंट्रोल में रखें: विजिबिलिटी कम होने पर तेज रफ्तार से बचें. कम स्पीड में गाड़ी कंट्रोल में रहती है और ब्रेकिंग डिस्टेंस भी कम हो जाता है.
सेफ डिस्टेंस बनाए रखें: बारिश में सड़क फिसलन भरी होती है, इसलिए आगे चल रहे वाहन से पर्याप्त दूरी रखें ताकि अचानक ब्रेक लगाने पर टक्कर से बचा जा सके.
पानी भरे रास्तों से बचें: जहां तक हो सके, पानी से भरी सड़कों पर गाड़ी न चलाएं. पानी इंजन में घुसने से गाड़ी बंद हो सकती है और बड़ा नुकसान हो सकता है.
बारिश के मौसम में ड्राइविंग का सबसे बड़ा मंत्र है: सावधानी, धैर्य और तकनीक का सही इस्तेमाल. अगर आप इन टिप्स को अपनाते हैं, तो मौसम चाहे जैसा भी हो, आपका सफर सुरक्षित और सुगम रहेगा.