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शुभ योग और नक्षत्र में हो रही है ज्येष्ठ माह की शुरुआत, जानें इस महीने में क्या करें और क्या न करें?

Jyeshtha Month 2024: ज्येष्ठ महीने की शुरुआत 24 मई से हो रही है. इस महीने में भगवान हनुमान और श्रीहरि विष्णु का पूजन किया जाता है. इस महीने में गंगा दशहरा, निर्जला एकादशी जैसे कई खास पर्व मनाए जाता हैं. इस महीने में कुछ कामों को करने के काफी शुभ परिणाम मिलते हैं और कुछ कामों को करने की मनाही होती है. 

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Courtesy: pexels

Jyeshtha Month 2024: ज्येष्ठ महीने को धार्मिक दृष्टि से काफी खास महीना माना जाता है. इस महीने की शुरुआत 24 मई से हो रही है. इस महीने में भगवान हनुमान और श्रीहरि विष्णु का पूजन किया जाता है. इस महीने में ही गंगा दशहरा का पर्व भी पड़ता है. इसी महीने में लोग निर्जला एकादशी का व्रत भी रखते हैं. ज्येष्ठ के महीने में 25 मई ने नौतपा की शुरुआत हो जाएगी. इसके बाद 9 दिन दिनों तक भीषण गर्मी पड़ती है. 

पौराणिक कथाओं के अनुसार इसी महीने में ही भगवान श्रीराम से उनके भक्त हनुमान की भेंट हुई थी. इस कारण ज्येष्ठ के सभी मंगलवारों को बड़ा मंगलवार माना जाता है. इस महीने में भगवान त्रिविक्रम का भी पूजन किया जाता है. भगवान श्रीहरिविष्णु के वामन अवतार को ही त्रिविक्रम के नाम से जाना जाता है. ज्येष्ठ माह में कुछ कामों को करने से बेहद ही शुभ फल मिलता है और कुछ कामों को करने की मनाही होती है. 

इस शुभ योग में हो रही है महीने की शुरुआत 

ज्येष्ठ माह की शुरुआत सर्वार्थ सिद्धि योग से हो रही है. इसके साथ ही शिव योग और अनुराधा नक्षत्र का शुभ संयोग भी इस माह के पहले दिन बन रहा है. इस महीने के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा 23 मई 2024 की शाम 07:22 से होगी और यह 24 मई की शाम 07:24 तक मान्य रहने वाली है. उदयातिथि के आधार पर मानें तो ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा 24 मई को है. इस दिन से ज्येष्ठ माह का प्रारंभ हो जाएगा. यह महीना 24 जून 2024 तक रहने वाला है. 

ज्येष्ठ के महीने में क्या करें? 

  • ज्येष्ठ के महीने में दान-पुण्य का विशेष महत्व होता है.इस महीने में ठंडे और रसीले फलों का दान करना चाहिए.इस महीने में खरबूजा, तरबूज, आम आदि फलों को बांटना चाहिए. 
  • इस महीने में आप पंखा, सुराही आदि का भी दान कर सकते हैं. 
  • ज्येष्ठ महीने में छाता और वस्त्रों का भी दान करें और भगवान विष्णु के नामों का जाप करें. 
  • मान्यता है कि इस महीने में शर्बत बांटने और पियाऊ लगवाने से व्यक्ति को बैकुंठ धाम में स्थान मिलता है. इससे पितर भी प्रसन्न होते हैं. 
  • पशु और पक्षियों के लिए इस महीने में जल रखना आवश्यक है. 
  • ज्येष्ठ माह में तांबा और तिल का दान करना चाहिए. इससे मंगलदोष से छुटकारा मिलता है. 
  • इस महीने में सत्तू का सेवन करना काफी फायदेमंद होता है. 

ज्येष्ठ माह में नहीं करें ये काम 

  • ज्येष्ठ के महीने में घर के बड़े बेटे या बेटी की शादी नहीं करनी चाहिए. 
  • इस महीने में दिन में नहीं सोना चाहिए. इससे बीमारी का सामना करना पड़ता है. 
  • इस महीने में तली-भुनी चीजों से दूर रहने का प्रयास करें. 
  • ज्येष्ठ माह में जल की बर्बादी नहीं करना चाहिए. 
  • इस महीने में दोपहर के समय यात्रा करने से भी बचना चाहिए. 

Disclaimer : यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है.  theindiadaily.com  इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.