Paush Amavasya 2024: पौष माह की अमावस्या 11 जनवरी को है. इस दिन भगवान विष्णु, सूर्य देव और भोलेनाथ का पूजन किया जाता है. इसके साथ ही अमावस्या तिथि को पितरों का तर्पण करने से पितरों को मोक्ष मिलता है. इस दिन दान-पुण्य का भी काफी शुभ फल मिलता है. अमावस्या की रात पीपल के पेड़ का पूजन काफी शुभ फलदायी होता है. अमावस्या के दिन पूजन करने से जीवन की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. आचार्य डॉ. विक्रमादित्य के अनुसार पौष अमावस्या पर आप इन उपायों को कर सकते हैं.
1- मान्यता है कि इस दिन पितरों का तर्पण करने से पितर प्रसन्न होते हैं और खुशहाल जीवन का आशीर्वाद देते हैं.
2- अगर कोई व्यक्ति पितृ दोष से परेशान है, तो अमावस्या के दिन पितरों के नाम से पिंडदान करे और श्राद्ध करे. इससे सारे दोष से मुक्ति मिल जाएगी.
3- पितरों की आत्मा की शांति के लिए इस दिन उपवास करें और किसी गरीब व्यक्ति को दान-दक्षिणा दें.
4- जिन व्यक्तियों की कुंडली में पितृदोष और संतानहीन योग उपस्थित है. उन्हें पौष अमावस्या का उपवास कर पितरों का तर्पण अवश्य करना चाहिए.
5- अगर आपकी कुंडली में कालसर्प दोष है, तो इस दिन पवित्र नदी में स्नान के बाद धातु के बने नाग-नागिन की पूजा करें. उसके बाद धातु के बने नाग-नागिन को जल में प्रवाहित कर दें. इससे कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है.
6- जीवन में कई परेशानियों से घिरे हैं तो इस दिन मछलियों को आटे की गोलियां और काली चीटियों को चीनी जरूर खिलाना चाहिए, इससे जीवन की सभी परेशानियां दूर होती हैं.
7- इस दिन कौएं को खीर खिलाने से पितृ बेहद प्रसन्न होते हैं.
8- पारिवारिक जीवन में परेशानी है तो पितरों के नाम कुछ सफेद वस्त्र जरूरतमंदों को दान करें.
9- जीवन में आर्थिक परेशानी है तो पौष अमावस्या पर पितरों के नाम जरूरतमंद को दो तरह के अनाज का दान करें.
10- संतान संबंधी परेशानी है तो पितरों के नाम पीतल का बर्तन किसी धार्मिक स्थान पर दान कर दीजिए. भले ही एक पीतल का दीपक क्यों न हो.
11- अगर पितर आपके सपने में बार-बार आते हैं तों आज बहुत ही शुभ समय है. आज उनकी शांति के लिए उनके नाम से सफेद मिठाई बांट दें. आपके इस कार्य से आपके पितर प्रसन्न हो जायेंगे.
Disclaimer : यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. theindiadaily.com इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.