Hartalika Teej 2023: मान्यता है कि भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए सबसे पहले माता पार्वती ने हरतालिका तीज के व्रत को रखा था. इसके प्रभाव से उन्हें भोलेनाथ पति रूप में मिले. इस कराण हरतालिका तीज ललपर माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा की जाती है. हरतालिका तीज व्रत और पूजा का फल तभी मिलता है, जब इसे श्रद्धापूर्वक और नियमानुसार किया जाए.
भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज का पर्व मनाया जाता है. साल 2023 में भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 17 सितंबर 2023 को सुबह 11 बजकर 08 मिनट से शुरू होकर 18 सितंबर की दोपहर 12 बजकर 39 मिनट पर समाप्त होगी. हरतालिका तीज पर पूजा मुहूर्त 18 सितंबर सुबह 06 बजकर 07 मिनट से शुरू होकर सुबह 08 बजकर 34 मिनट तक है. इस दौरान कुल पूजन अवधि 02 घंटे 27 मिनट रहेगी.
कभी-कभी भूलवश या अंजाने में यह व्रत टूट या खंडित हो जाता है तो आपको कुछ उपायों को अपनाना चाहिए.
1- अगर भूलवश हरतालिका तीज का व्रत टूट गया है तो सबसे पहले आप भगवान से क्षमायाचना करें. भगवान जाने और अनजाने में की गईं भक्तों की गलतियों को माफ कर देते हैं.
2- हरतालिका तीज का व्रत काफी कठिन माना जाता है. ऐसे में अगर किसी विषम परिस्थितियों में महिला व्रत रखने में असमर्थ हो या व्रत टूट जाए तो पति भी पत्नी के बदले व्रत रख सकते हैं.
3- हरतालिका तीज के व्रत में अगर आप कुछ खा लेती हैं या कुछ पी लेती हैं तो इससे व्रत दोष लगता है. व्रत दोष को दूर करने के लिए भगवान की मूर्ति बनाएं और इन्हें पंचामृत से स्नान कराएं. इसके बाद मूर्ति पर अक्षत , फूल, गंध आदि लगाकर श्रृंगार करें. इसके बाद विधि-विधान से पूजा करें.
4- अगर भूलवश व्रत खंडित हो जाए तो आप किसी पुरोहित या पंडित से पूछकर दान कर सकती हैं. इसके साथ ही सुहागिन महिलाओं को सुहाग का सामान भेंट करें.