Shardiya Navratri 2025: नवरात्रि हिंदू धर्म का एक अहम और बड़े धूमधाम से मनाया जाने वाला त्योहार है, जिसे साल में दो बार मनाया जाता है, एक बार वसंत ऋतु में और दूसरी बार शरद ऋतु में. नवरात्रि का मतलब होता है नौ रातें और इन नौ दिनों में भक्त देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करते हैं, जिसे नवदुर्गा कहा जाता है. हर दिन एक अलग रूप की पूजा की जाती है और साथ ही विशेष प्रार्थनाएं, अनुष्ठान और सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं.
चैत्र नवरात्रि, जिसे वसंत नवरात्रि भी कहते हैं, हिंदू कैलेंडर के चैत्र माह (मार्च-अप्रैल) में मनाया जाता है. यह नवरात्रि वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक है, जो नए जीवन, उर्वरता और विकास का मौसम होता है. चैत्र नवरात्रि का समापन राम नवमी के साथ होता है, जो भगवान राम के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस दिन विशेष रूप से राम नवमी पूजा की जाती है और उत्तर भारत में भव्य जुलूस भी निकलते हैं. भक्त इस दिन उपवासी रहते हैं और भगवान राम की पूजा करते हैं.
शारदीय नवरात्रि, जिसे हम सबसे अधिक मनाए जाने वाला नवरात्रि त्योहार मानते हैं, हिंदू कैलेंडर के अश्विन माह (सितंबर-अक्टूबर) में मनाया जाता है. यह नवरात्रि शरद ऋतु के आगमन का प्रतीक है, जो फसल की बुवाई और समृद्धि का मौसम होता है.
शारदीय नवरात्रि देवी दुर्गा की महिषासुर पर विजय की कहानी से जुड़ी हुई है, जो अच्छाई की बुराई पर जीत का प्रतीक है. इस दिन का समापन दशहरे (विजयदशमी) के रूप में होता है, जो भगवान राम की रावण पर विजय को भी दर्शाता है. पूरे भारत में शारदीय नवरात्रि की धूम मचती है, बंगाल में दुर्गा पूजा के पंडालों से लेकर गुजरात में गरबा नाइट्स तक, इस दिन की महिमा अलग ही होती है.
नवरात्रि, चाहे वो चैत्र हो या शारदीय, भक्तों के लिए एक खास अवसर होता है, जहां वे न केवल देवी दुर्गा के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट करते हैं, बल्कि आत्मा की शुद्धि और जीवन के अच्छे बदलाव के लिए भी प्रार्थना करते हैं.
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