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नई गाड़ी हो या घर, शुभ काम से पहले क्यों लोग फोड़ते हैं नारियल? जानते हैं इसके पीछे क्या है धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व

नारियल फोड़ने पर उसका पानी चारों ओर फैलता है. मान्यता है कि इससे वातावरण की नकारात्मकता समाप्त होती है और कार्य में सफलता प्राप्त होती है.

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Edited By: Reepu Kumari
Importance of breaking coconut
Courtesy: Gemini

Importance of Breaking Coconut: भारतीय संस्कृति और हिंदू धर्म में हर पूजा-पाठ और शुभ कार्य से जुड़ी परंपराओं का अपना अलग महत्व होता है. इन्हीं परंपराओं में से एक है नारियल फोड़ना. चाहे नया घर लेना हो, शादी हो, नया वाहन खरीदना हो या कोई नया काम शुरू करना हो-हर शुभ अवसर पर नारियल तोड़ने की परंपरा निभाई जाती है. इसे केवल धार्मिक रिवाज नहीं, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक भी माना जाता है. सदियों से चली आ रही इस परंपरा के पीछे गहरा आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक अर्थ छिपा है.

कहा जाता है कि नारियल फोड़ना भगवान के प्रति समर्पण और विनम्रता का प्रतीक है. नारियल को शास्त्रों में श्रीफल भी कहा गया है और इसे हर देवी-देवता की पूजा में शामिल किया जाता है. इसका बाहरी कठोर खोल अहंकार और जीवन की बाधाओं का प्रतीक है, जबकि इसका शुद्ध सफेद गूदा और मीठा जल इंसान की निर्मलता और भक्ति का प्रतिनिधित्व करता है. नारियल फोड़ने के समय पानी का चारों ओर फैलना नकारात्मक शक्तियों के नाश और शुभ ऊर्जा के आगमन का प्रतीक माना जाता है.

नारियल फोड़ने का धार्मिक महत्व

हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत भगवान गणेश के आशीर्वाद से होती है और नारियल श्रीगणेश को बेहद प्रिय है. इसलिए किसी भी शुभ कार्य से पहले नारियल तोड़कर उन्हें अर्पित किया जाता है. इससे पूजा पूर्ण मानी जाती है और कार्य में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं.

अहंकार त्याग का प्रतीक

नारियल का कठोर खोल मनुष्य के अहंकार का प्रतीक है. जब इसे फोड़ा जाता है तो इसका अर्थ होता है कि इंसान अपने घमंड और नकारात्मक विचारों को त्यागकर ईश्वर के चरणों में समर्पित कर रहा है.

हर पूजा और नए काम में जरूरी

नारियल का इस्तेमाल हर बड़े धार्मिक आयोजन, विवाह, गृह प्रवेश, वाहन पूजा या व्यवसाय की शुरुआत में किया जाता है. इसे शुभ फल माना गया है, इसलिए किसी भी नई शुरुआत में इसका प्रयोग अनिवार्य रूप से किया जाता है.

नकारात्मकता का नाश

नारियल फोड़ने पर उसका पानी चारों ओर फैलता है. मान्यता है कि इससे वातावरण की नकारात्मकता समाप्त होती है और कार्य में सफलता प्राप्त होती है.

विज्ञान और सकारात्मक ऊर्जा

आधुनिक दृष्टिकोण से देखें तो पूजा में नारियल फोड़ना एक तरह की पॉजिटिव साइकोलॉजी भी है. यह व्यक्ति को मानसिक रूप से मजबूत और आत्मविश्वासी बनाता है, जिससे नई शुरुआत शुभ मानी जाती है.
 

Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. theindiadaily.com इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.