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टूट रही है आपकी शादी या हो रही है देरी, तो तुरंत करें ये उपाय !

हिंदू धर्म में किसी भी व्यक्ति के विवाह के लिए 16 संस्कारों को बहुत अहम माना जाता है, जिसके चलते उस व्यक्ति की शादी सही उम्र में हो पाएगी या नहीं यह तय होता है. कुछ लोगों को विवाह में बहुत देरी का सामना करना पड़ता है तो कुछ लोगों के विवाह में बार-बार बाधाएं आती हैं.

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Abhiranjan Kumar
टूट रही है आपकी शादी या हो रही है देरी, तो तुरंत करें ये उपाय !

हिंदू धर्म में किसी भी व्यक्ति के विवाह के लिए 16 संस्कारों को बहुत अहम माना जाता है, जिसके चलते उस व्यक्ति की शादी सही उम्र में हो पाएगी या नहीं यह तय होता है. कई बार किसी व्यक्ति की शादी सही उम्र में नहीं हो पाती है तो कई बार वर-वधू की जोड़ी बन पाने में दिक्कत आती है.
विवाह में देरी के कई कारण हो सकते हैं जिसमें एक कारण ज्योतिषीय योग भी होता है, ऐसे में अगर आपकी शादी में बार-बार रुकावट आ रही है और आप का विवाह नहीं हो पा रहा है तो इन उपायों को कर के इन दोषों को दूर कर सकते हैं और विवाह का योग बना सकते हैं.

इस वजह से विवाह में आती है बाधा

कभी-कभी कुंडली में ग्रह-नक्षत्रों की खराब स्थिति का असर वैवाहिक जीवन पर भी पड़ता है. कुछ लोगों को विवाह में बहुत देरी का सामना करना पड़ता है तो कुछ लोगों के विवाह में बार-बार बाधाएं आती हैं. कुछ लोगों को कुंडली में दोष की वजह से शादी के बाद भी कई परेशानियों से जूझना पड़ता है. कुछ लोगों की कुंडली में ऐसे योग भी होते हैं जिसकी वजह से विवाह में समस्याएं आती हैं. बता दें अगर जन्म कुंडली के पहले, चौथे, सातवें, आठवें, बारहवें भाव में मंगल स्थित हो तब जन्म कुंडली मांगलिक योग से युक्त होती है और विवाह में विलंब होने का यह एक सामान्य कारण बनता है. वहीं अगर जन्म कुंडली के सातवें भाव में चंद्रमा स्थित हो तब भी विवाह होने पर या विवाह होने के बाद समस्याएं उत्पन्न होती हैं. इसके अलावा जन्म कुंडली में अगर सातवें भाव में बृहस्पति ग्रह स्थिति हो तब भी विवाह में विलंब होता है. साथ ही, जन्म कुंडली में सातवें भाव में स्थित शुक्र के कारण भी वैवाहिक समस्याएं उत्पन्न होती हैं. यदि सातवें भाव में शनि नीच राशि में या वक्री होकर स्थित हो या सिंह राशि में स्थित हो या सातवें भाव में स्थित सूर्य अगर अपनी नीच राशि में हो या कुंभ या मकर राशि में स्थित हो तब यह स्थिति भी विवाह में विलंब का कारण बनती है.