'Salad Days' से ऑर्डर किया सैंडविंच, अंदर प्लास्टिक का दस्ताना देखकर हुआ दिमाग 'खराब', Zomato से आई प्रतिक्रिया

नोएडा के रहने वाले एक शख्स को ऑनलाइन मंगाए गए सैंडविच में प्लास्टिक का दस्ताना मिला. यह मामला सामने आने के बाद ग्राहक ने सोशल मीडिया पर तस्वीरें साझा कीं और जोमैटो व रेस्टोरेंट को टैग भी किया. घटना को लेकर जोमैटो ने हैरानी जताई है और जांच का आश्वासन दिया है.

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Kuldeep Sharma

ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म्स पर खाने की क्वालिटी को लेकर आए दिन सवाल उठते रहते हैं. ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला नोएडा से सामने आया है, जहां एक व्यक्ति ने जोमैटो के जरिए मंगाए गए सैंडविच में प्लास्टिक का दस्ताना पाया. ग्राहक ने न सिर्फ सोशल मीडिया पर इस घटना को उजागर किया बल्कि इसे खाद्य सुरक्षा से जुड़ा गंभीर मामला भी बताया है.

नोएडा निवासी सतीश सरावगी ने दोपहर का खाना ऑनलाइन किया था. उसने जोमैटो से सैंडविच मंगाए थे. इनमें से एक ब्रोकोली, कॉर्न और बेसिल पेस्टो सैंडविच था, जबकि दूसरा स्मोक्ड कॉटेज चीज और पेपर सैंडविच. खाना आने के बाद जब उन्होंने पहला सैंडविच खाया तो उसमें उन्हें एक पीला प्लास्टिक का दस्ताना मिला. यह देख वे सन्न रह गए. उन्होंने तुरंत इसकी तस्वीर खींचकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर कर दी.

सोशल मीडिया पर फूटा गुस्सा

सरावगी ने अपने पोस्ट में जोमैटो, रेस्टोरेंट और भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI)को टैग किया. उन्होंने लिखा कि यह सिर्फ एक लापरवाही नहीं बल्कि गंभीर 'हाइजीन कंसर्न' है. तस्वीरें देखते ही सोशल मीडिया पर लोग भड़क उठे और कंपनी से जवाब-तलब करने लगे. कई यूज़र्स ने सवाल किया कि आखिर ऐसे मामलों में उपभोक्ता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कौन से ठोस कदम उठाए जाते हैं.

जोमैटो ने दी प्रतिक्रिया

वहीं इस मामले पर ज़ोमैटो ने तुरंत जवाब दिया है. कंपनी ने अपने आधिकारिक अकाउंट से लिखा 'हम इस घटना से पूरी तरह से हैरान हैं और कल्पना भी नहीं कर सकते कि यह आपके लिए कितना असहज रहा होगा.' कंपनी ने ग्राहक से संपर्क साधने की जानकारी दी और कहा कि वह रेस्टोरेंट पार्टनर के साथ चर्चा कर रहे हैं ताकि घटना की तह तक जाया जा सके.

जांच और आगे की कार्रवाई

ग्राहक ने घटना की जानकारी साझा करते हुए भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) से भी हस्तक्षेप की अपील की है. फिलहाल कंपनी मामले की जांच कर रही है. वहीं उपभोक्ताओं का कहना है कि यह कोई छोटी गलती नहीं है, क्योंकि इससे स्वास्थ्य को गंभीर खतरा हो सकता है. यह घटना ऑनलाइन फूड डिलीवरी की सुरक्षा और निगरानी प्रणाली पर बड़े सवाल खड़े करती है.