मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक दादी की घिनौनी चाहत ने उसे जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया. कलियुगी दादी को पोते की ऐसी चाहत थी कि उसने अपनी पोती को ही मार डाला. जिस संतान के घर पैदा होने पर महीनों तक बधाइयां गाई जाती हैं, वही संतान दादी को अखर गई और उसने पैदा होते ही दुलार के बहाने उसे मार डाला. ये कहानी पुरानी है लेकिन इसकी जब पड़ताल हुई तो सच्चाई सामने आई.
ग्वालियर के गोल पाड़ा में काजल चौहान अपने ससुराल में रहती हैं. उसे 23 मार्च को प्रसव पीड़ा हुई तो अस्पताल लेकर पहुंची. अस्पताल में उसने एक बेटी को जन्म दिया. बच्ची दिव्यांग पैदा हुई थी. बच्ची के जन्म से मां काजल तो खुश थी लेकिन दादी प्रेमलता को उसका पैदा होना रास नहीं आया.
प्रेमलता चाहती थी उसे पोता हो. बेटी को वह बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी. काजल अपनी बेटी को अपनी सास से बचाकर रख रही थी. अस्पताल में काजल की मां ने अपनी नातिन को संभाला तभी पता चला कि काजल के चाचा की मौत हो गई है. काजल की मां अपने घर गई तो देखरेख की जिम्मेदारी उसकी दादी पर आ गई.
प्यार करने के बहाने दबा दिया पोती का गला
कलियुगी सास को यह रास नहीं आया. उसने बच्ची को अपनी गोद में ले लिया. वह दुलार-प्यार का नाटक करने लगी. 26 मार्च को प्रेमलता ने अपनी पोती को गोदी में लिया और रातभर बच्ची को सुलाने का नाटक किया. जब उसने देखा कि उसकी बहू काजल सो गई है तो उसने उसका गला दबा दिया और पोती को मार डाला.
मरने पर भी बहू को नहीं दे रही थी पोती
पोती मर चुकी थी. इसे वह जानती थी फिर भी अपनी गोदी से उसे अलग नहीं कर रही थी. काजल के जब मायके वाले अस्पताल पहुंचे तो उन्होंने बेटी मांगी. सास बच्ची को नहीं दे रही थी. जब वे डॉक्टर के पास पहुंचे तो किसी तरह उसने बच्ची को सौंपा. डॉक्टर ने बच्ची को चेक किया तो पता चला कि वह तो मर गई है.
मां ने जताई थी हत्या की आशंका, पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोल दी सच्चाई
प्रेमलता मौके से भाग गई. काजल को शक था कि उसकी बेटी को दादी ने ही मारा है. उसने पोस्टमार्टम रिपोर्ट कराया तो असलियत खुली. पुलिस ने मदद की. काजल का पति भी इसका विरोध करने लगा लेकिन वह जिद पर अड़ी रही.
जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो पता चला कि बच्ची की हत्या हुई है. काजल को उसके ससुराल वालों ने घर से निकाल दिया. जुर्म की तफ्शीश हुई तो आरोपों के आधार पर प्रेमलता को पर गाज गिरी. पुलिस ने उसे हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है. एक कलियुगी दादी ऐसी निकलेगी किसी ने सोचा नहीं होगा.