बरेली: उत्तर प्रदेश के टिसुआ रेलवे स्टेशन पर एक चौंकाने वाली घटना घटी जब एक ट्रेन चालक ने अपनी आंखों के सामने चोरों को इंजन से डीजल चुराते हुए पकड़ लिया. रिपोर्ट्स के अनुसार, लोको पायलट रवींद्र प्रसाद 1 नवंबर को मुरादाबाद से शाहजहांपुर जा रही एक मालगाड़ी चला रहे थे. उनकी ट्रेन का इंजन नंबर 49630 था. शाम लगभग 6:18 बजे, ट्रेन कुछ देर के लिए टिसुआ स्टेशन पर रुकी.
नियमानुसार, रवींद्र प्रसाद प्रेशर पाइप, वैक्यूम और ट्रेन के अन्य तकनीकी पुर्जों की जांच करने के लिए इंजन से नीचे उतरे. सब कुछ जांचने के बाद, वे वापस इंजन में चले गए. कुछ मिनट बाद, वे फिर से कुछ देर के लिए नीचे उतरे और टॉर्च की रोशनी में उन्होंने जो देखा, उसे देखकर वे दंग रह गए! इस वीडियो को @Asifansari9410 ने अपने एक्स पर शेयर किया है.
बरेली का ‘रेल डीज़ल स्कैंडल’ सरकार तक मची हलचल! टिसुआ रेलवे स्टेशन का एक वीडियो अब पूरे रेल मंत्रालय की नींद उड़ा रहा है। मालगाड़ी का इंजन, पाइप से निकाला जा रहा डीज़ल, और बाल्टियों में भरते लोग ऐसे जैसे कोई सरकारी ठेका चल रहा हो! pic.twitter.com/TwZLcYosk2
— Asif Ansari (@Asifansari9410) November 5, 2025
उन्होंने देखा कि किसी ने इंजन का डीजल टैंक खोलकर उसमें लगभग 50 मीटर लंबा एक लंबा पाइप डालकर डीजल चुरा लिया था. चोर चुपचाप इंजन के टैंक से ईंधन निकाल रहे थे. बिना एक पल गंवाए, लोको पायलट ने तुरंत कंट्रोल रूम को चोरी की सूचना दी. जल्द ही, टिसुआ स्टेशन से रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की टीम आरपीएफ चौकी प्रभारी नरवीर सिंह के नेतृत्व में मौके पर पहुंच गई.
तलाशी के दौरान, आरपीएफ को पास में ही डीजल से भरे दो डिब्बे (प्रत्येक 50 लीटर) और पांच खाली डिब्बे पड़े मिले. इससे यह स्पष्ट हो गया कि चोर पकड़े जाने से पहले ही भारी मात्रा में ईंधन चुराने में कामयाब हो चुके थे. आरपीएफ अधिकारियों ने घटना की पूरी जांच शुरू कर दी है. उनका मानना है कि यह ट्रेनों से डीजल चोरी करने वाले किसी स्थानीय गिरोह का काम हो सकता है.
अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि अपराधियों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इस दुर्लभ और दुस्साहसिक चोरी के प्रयास ने रेलवे सुरक्षा और देश भर में कीमती सामान और ईंधन ले जाने वाली मालगाड़ियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.