Subramanian Swamy: इंडिया डेली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी के बीच अक्सर सबकुछ ठीक न होने की खबरों पर बात करने के लिए सीधे इस पूर्व सांसद से ही बात की और बीजेपी नेता समेत कई बड़े मुद्दों पर चर्चा की. इस वीडियो में हम इंडिया डेली पर हम गहन राजनीतिक विश्लेषण की एक शाम पेश कर रहे हैं.
हमारे साथ बीजेपी के पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी, मौजूदा राजनीतिक समीकरण पर चर्चा करने के लिए मौजूद हैं, खास तौर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके वादों पर बात होगी. इस इंटरव्यू में हमने राहुल गांधी के प्रदर्शन और चीनी कब्जे वाले क्षेत्रों को वापस लेने जैसे मुद्दों पर कार्रवाई न करने के विषय पर भी बात की है.
इंडिया डेली को दिए गए इस इंटरव्यू में हमने खास तौर से इन मुद्दों पर बात की....
टूटे वादे? वरिष्ठ राजनेता डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित नेताओं के अधूरे वादों पर अपनी निराशा व्यक्त करेंगे. चर्चा में राहुल गांधी के प्रदर्शन और चीन के कब्जे वाले भारतीय क्षेत्रों को वापस लेने जैसे ज्वलंत मुद्दों पर कार्रवाई की कमी को भी रेखांकित किया जाएगा.
राहुल गांधी: डूबता जहाज? राहुल गांधी के खिलाफ की गई कार्रवाईयों के प्रभाव और उनकी राजनीतिक स्थिति के संभावित कमजोर होने का विश्लेषण किया जाएगा. चर्चा उनके परिवार की राजनीतिक विरासत और उनके पिछले फैसलों पर भी गौर करेगी, जिन्होंने उनकी छवि को मजबूत किया.
सोनिया गांधी: परदे के पीछे की कहानी डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी सोनिया गांधी के परिवार के इतिहास का खुलासा करेंगे. इसमें उनके दादा-दादी का द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हिटलर का समर्थन, उनके पिता का केजीबी से जुड़ाव और राजनीतिक घटनाक्रमों के साथ लंदन से भारत आने की उनकी यात्रा शामिल है. यह चर्चा इस बात पर भी प्रकाश डालेगी कि किस प्रकार उनके परिवार के इतिहास ने सोनिया गांधी के राजनीतिक फैसलों और इंदिरा गांधी जैसे नेताओं के साथ उनके संबंधों को प्रभावित किया है.
राम मंदिर विवाद: उसके बाद राम मंदिर विवाद, बाबरी मस्जिद का विध्वंस और उसके बाद मंदिर निर्माण के परिणामों का विश्लेषण किया जाएगा. चर्चा धार्मिक आस्था के आधार पर जनसंख्या विभाजन, इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा देश में जनसांख्यिकीय परिवर्तन पर किए गए टिप्पणियों और भारत में विभिन्न धार्मिक समुदायों के सामाजिक-आर्थिक स्थितियों और जनसंख्या वृद्धि पर भी गौर करेगी.
सरकार और भ्रष्टाचार? चर्चा में भारत सरकार पर राजनीतिक टिप्पणी, अमिताभ बच्चन जैसे प्रमुख लोगों से जुड़े भ्रष्टाचार के आरोप और जनता की राय को भड़काने वाले हाथरस मामले का उल्लेख शामिल है. यह विश्लेषण सरकार के गठन, गठबंधन की राजनीति, नैतिक शासन और जनभावना के राजनीतिक फैसलों पर प्रभाव पर गहराई से विचार करेगा.