उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए हादसे में अभी तक 120 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. 'भोले बाबा' नाम के एक स्वयंभू संत के सत्संग में आए लोगों के बीच मची भगदड़ में मारे जाने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. हादसे में मारे गए लोगों के परिजन का कहना है कि अभी भी घटनास्थल पर कोई कुछ बता नहीं पा रहा है, जिन लोगों के परिजन लापता हुए हैं या मारे गए हैं उनकी पहचान में भी समस्या आ रही है.
वहां मौजूद लोगों का कहना है कि अचानक से भगदड़ मची और लोग पानी में एक-दूसरे पर गिरते गए. कई परिवार भी इस हादसे में खत्म हो गए हैं. लोगों का कहना है कि भीड़ के हिसाब से इंतजाम भी कम था. लोगों का कहना है कि सुबह साढ़े 11 बजे कार्यक्रम शुरू हुआ तो बाबा खुद मौजूद थे. उनके निकलने के बाद भगदड़ मची और लोगों की मौत हो गई. बारिश के पानी की वजह से कीचड़ फैल गया था और फिसलन मची थी.
लोगों का कहना है कि बाबा के निकलने के बाद लोग उनके पीछे भागे और उनके पैर की धूल उठाने की होड़ लगी. इसी में लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरते गए. लोगों ने बताया कि जान गंवाने वालों में दुधमुंहे बच्चे, लड़कियां, बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं.