Bitcoin: डिजिटल करेंसी जिसे क्रिप्टो करेंसी कहा जाता है. इस करेंसी में आए दिन भूचाल आता रहता है. सबसे पुरानी और महंगी क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन सोमवार को रॉकेट की रफ्तार से भागते हुए अपना ऑल टाइम हाई बनाया. इस करेंसी ने $71,000 के आंकड़े को छूकर एक नया रिकॉर्ड बनाया. बिटकॉइन में ये तेजी ब्रिटेन की फाइनेंसियल वॉच डॉग के उस ऐलान के बाद आया जब एजेंसी ने कहा कि वह डिजिटल एसेट्स की ट्रेडिंग के लिए नोट लॉन्च करने की अनुमति देगा.
यूरोपियन यूनियन में बिटकॉइन सोमवार को 4.8 प्रतिशत बढ़कर $71,677 पर बंद हुआ. पिछले एक साल में बिटकॉइन की कीमत में 70 फीसदी का उछाल आया है.
दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टो करेंसी की तेजी में मानो बाढ़ आ गई हो. इसकी कीमत में आ रही तेजी के चलते फेडरल बैंक को इंटरेस्ट रेट में कटौती करनी पड़ सकती है.
LSEG के डाटा के अनुसार 10 सबसे बड़े अमेरिकी स्पॉट बिटकॉइन एक्सचेंज-ट्रेडेड फंडों में 8 मार्च को निचले स्तर पर आया था. इसके बावजूद 2 बिलियन डॉलर तक यह पहुंच गया.
कॉइन डीसीएक्स के को-फाउंडर सुमित गुप्ता ने बताया कि बहुत से सारे इंस्टीट्यूट्स ने बिटकॉइन और इथेरियम जैसी क्रिप्टो करेंसी में इंटरेस्ट दिखाया है, जिसकी वजह से इसकी कीमतों में भारी उछाल आया है. एक्सचेंज ट्रेड फंड में बिटकॉइन का इस्तेमाल अधिक किया जा रहा है.
निवेशकों को बिटकॉइन की बढ़ती कीमतों को ट्रैक करना चाहिए. क्योंकि बिजनेस में जैसे-जैसे इसकी डिमांड बढ़ेगी उसी प्रकार इसकी कीमतों में तेजी आएगी.
बिटकॉइन का भविष्य क्या होगा इस पर कुछ कहना गलत होगा. लेकिन वर्तमान परिस्थितियों की बात करें तो अभी इसका फ्यूचर अनक्लियर है. वर्तमान समय में बिटकॉइन और इथेरियम दोनों ही क्रिप्टो करेंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर काम करती हैं.