Mistakes To Avoid Doing Mutual Fund: आज के समय में भारत के लोग पैसे से पैसा बनाने के लिए शेयर बाजार से लेकर म्यूचुअल फंड तक में निवेश कर रहे हैं. इन्वेस्टमेंट करके प्रॉफिट जनरेट करना आपके डिसीजन बनाने पर निर्भर करता है. निवेश की शुरुआत करने से पहले फंडामेंटल समझना बहुत ही जरूरी है. आपके पास कितना बजट है? किस टाइम तक आप निवेश को बाहर निकालना चाहते हैं? इन्वेस्टमेंट करने से पहले आपको इन सभी चीजों के बारे में जानना जरूरी है.
फाइनेंसियल गोल का पता होना जरूरी: जब भी आप बाजार जाते हैं तो आपको कुछ चीजें पहले से पता होती हैं कि मुझे किराने का कौन सा सामान खरीदना है, कौन सा नहीं. जैसे आपको ये चीज क्लियर होती है. ठीक उसी प्रकार आपको निवेश करने का गोल भी क्लियर होना चाहिए. जैसे आप किस लिए निवेश कर रहे हैं. जैसे बहुत से लोगों अपने बच्चों की हायर हायर एजुकेशन के लिए निवेश करते हैं या फिर कोई अपनी रिटायरमेंट के लिहाज से निवेश करता है. इसी प्रकार आपका भी निवेश करने का उद्देश्य क्लियर होना चाहिए कि आप किस लिए निवेश कर रहे हैं.
बहुत से लोगों को इनवेस्टमेंट की थोड़ी भी समझ नहीं होती है वो बिना रिसर्च किए किसी भी प्लान में निवेश कर देते हैं. रिसर्च करने से पहले आपको प्लान के बारे में अच्छे से रिसर्च करना चाहिए. बिना रिसर्च के निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है.
अगर आप एसआईपी में निवेश कर रहे हैं तो आपको थोड़ा रिस्क लेना होगा. क्योंकि एसआईपी में कितना रिटर्न मिलेगा यह मार्केट पर डिपेंड करता है. मार्केट अप एंड डाउन होता रहता है. इसलिए जब भी मार्केट डाउन हो तो परेशान न हों क्योंकि अगर मार्केट डाउन हुआ है तो अप भी होगा.
बाजार की टाइमिंग देखकर एसआईपी शुरू या बंद करना नुकसान का सौदा हो सकता है. क्योंकि एसआईपी लॉन्ग टर्म के लिए होती है. इसमें आपकी इनवेस्टमेंट फर्म आपके पैसे को कई सेक्टर में लगाती है जो आपके पोर्टफोलियो को और भी रिच बनाती है.
किसी एक जगह निवेश करना जितना ज्यादा रिटर्न दे सकता है उतना नुकसान भी दे सकता है. इसलिए अपनी एसाईपी को डाइवर्सिफाई बनाएं. यानी आप कई प्लान में निवेश करके अपने पोर्टफोलियो को रिच बना सकते हैं.
नोट: ये सूचना आपको जानकारी देने के लिए लिहाज से दी गई है. हम किसी भी प्रकार से आपको कहीं भी निवेश करने की सलाह नहीं देते. कहीं भी निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें.