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अब इस प्राइवेट बैंक ने अपने ग्राहकों को दिया झटका, कर्ज की बढ़ाईं ब्याज दरें

Bank Loan Interest Rates Hike: अगस्त माह में एक और प्राइवेट बैंक ने कर्ज पर ब्याज की दरें बढ़ा दी हैं. इससे ग्राहकों की ईएमआई में इजाफा हो सकता है.

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Edited By: Mohit Tiwari
अब इस प्राइवेट बैंक ने अपने ग्राहकों को दिया झटका, कर्ज की बढ़ाईं ब्याज दरें

नई दिल्ली. भारत के एक और प्राइवेट बैंक ने अपने ग्राहकों झटका देते हुए मार्जिनल कॉस्ट फंड बेस्ड लेंडिंग रेट्स में बढ़ोतरी कर दी है. इससे इस बैंक के कर्जदारों को बढ़ी हुई ईएमआई देनी पड़ेगी. अगर आपका लोन इस बैंक से चल रहा है तो उसकी ईएमआई में इजाफा हो सकता है. जबकि रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में कोई परिवर्तन नहीं किया है, इसके बावजूद बैंकों ने ऐसा कदम उठाया है. यह बढ़ोतरी सभी टेन्योर के लिए 18 अगस्त 2023 से प्रभावी हो गई है.

कौन सा है यह बैंक

इस बैंक का नाम एक्सिस बैंक है. भारत के इस प्राइवेट बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट फंड बेस्ड लेंडिंग रेट्स को बढ़ा दिया है. आरबीआई ने अभी भी रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर स्थिर कर रखा है. इसके बाद भी बैंक ब्याज दरों में इजाफा कर रहे हैं. इस महीने में ब्याज दरों को बढ़ाने वाला यह तीसरा प्राइवेट बैंक है. अब लाया गया नया एमसीएलआर बेस्ड रेट की रेंज 8.95 फीसदी और 9.30 फीसदी के बीच होगा. 

ओवरनाइट एमसीएलआर रेट पांच बीपीएस की बढ़ोतरी के साथ 8.95 फीसदी हो चुका है. वहीं, तीन साल और छह महीने के लिए एमसीएलआर रेट्स 9.05 फीसदी और 9.10 फीसदी हो चुका है. एक साल के लिए एमसीएलआर को 9.15 फीसदी, दो से तीन साल के लिए टेन्योर 9.25 फीसदी और 9.30 फीसदी हो चुका है. बैंक ने कहा कि ये दरें अगले रिव्यू तक वैलिड रहेंगी.

कर्जदारों पर होगा यह असर

बैंक की ओर से एमसीएलआर में मामूली बढ़ोतरी हो सकती है. इससे बैंक ने जो लोन दिया है या जो वह देगा, उसकी ब्याज दर बढ़ जाने वाली हैं. इससे कर्जदारों को पहले से अधिक ईएमआई चुकानी पड़ेगी. ज्यादातक कर्जदारों को पिछले तीन साल में अपनी ईएमआई पर हाई रेट ऑफ इंटरेस्ट देना पड़ा है. इसके साथ ही कुछ कर्जदारों ने कम ईएमआई के चलते ईबीएलआर जैसे लोन पर स्विच किया है. वैसे यहां भी ग्राहकों को अधिक ब्याज चुकाना पड़ा है.

ये बैंक भी बढ़ा चुकी हैं ब्याज दर

अगस्त के महीने में एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, केनरा बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा के अलावा कुछ और बैंकों ने भी एमसीएलआर में बढ़ोतरी की है. वहीं, कुछ बैंकों ने तो आरबीआई के रेपो रेट पर फैसला लेने से पहले ही ब्याज दरों में इजाफा कर दिया था.