Apple: पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर लोकसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने मंगलवार को सोशल मीडिया साइट एक्स (X पहले ट्विटर) पर लिखा कि एप्पल से उनके पास टेक्स्ट मैसेज और मेल आया है, जिसमें बताया गया है कि सरकार उनके फोन और ईमेल आईडी को हैक करने की कोशिश कर रही है. महुआ मोइत्रा ने होम मिनिस्ट्री को टैग करते हुए यह सब लिखा.
इसके बाद कई विवाद शुरू हो गए कि क्या आईफोन ग्राहकों के लिए सुरक्षित है? क्या किसी तरह एप्पल को मैनेज किया जा सकता है? ये सवाल आपके मन में भी उठ रहे होंगे तो इन सब सवालों के उत्तर हम आपके लिए लेकर आए हैं.
जब से फोन और इंटरनेट अस्तित्व में आया है तब से किसी भी क्राइम या क्राइम सस्पेक्ट का फोन, लैपटॉप या इस तरह के अन्य गैजेट जब्त कर लिया जाता है. समय के साथ फोन,लैपटॉप हैक करने की बात और डेटा चोरी करने की बात सामने आने लगी. लेकिन सच्चाई क्या है? क्या इतने आसानी से फोन निर्माता कंपनी आपके फोन का एक्सेस सरकार को या अन्य किसी को दे देता है?
नोएडा साइबर सेल प्रभारी सनत कुमार से इस मामले में हमने बात की, वो बताते हैं कि साइबर क्राइम फोन और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट से हीं जुड़ा है, हम सैकड़ों फोन जब्त करते हैं जिसका एक्सेस सबूत इकट्ठा करने के लिए हमें करना होता है. सनत कुमार कहते हैं कि अधिकतर फोन के मालिक ही अपने फोन का एक्सेस दे देते हैं, लेकिन कई बार फोन का असली मालिक उपस्थित न हो या फरार होता है.
ऐसे में सबूत के लिए हम फोन निर्माता कंपनी से संपर्क करते हैं. सनत कुमार के अनुसार हमेशा एप्पल कंपनी अपने ग्राहक का डेटा देने से साफ इनकार कर देता है. जबकि देश की सुरक्षा और अपराधियों के धरपकड़ का मामला होता है.
सनत कुमार बताते हैं कि मैं पिछले लगभग एक दशक से साइबर क्राइम को रोकने के लिए काम कर रहा हूं. साइबर क्राइम करने वाले अपराधी बहुत शातिर होते हैं, उनको पकड़ने और सजा दिलाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य ही कारगर साबित होते हैं.
ऐसे में जब भी किसी फोन के डेटा रिकवर करने की कोशिश करते हैं तो कस्टमर फर्स्ट की नीति का हवाला देते हुए एप्पल सहयोग देने से साफ मना कर देता है. एंड्राइड फोन निर्माता कई बार मामले की गंभीरता को समझते हैं.
साइबर सेल प्रभारी सनत कुमार बताते हैं कि एप्पल फोन अपने सिक्योरिटी के कारण ही जाना जाता है. लेकिन कई बार यह सिक्योरिटी फंक्शन खतरनाक साबित होती है.
वो कहते हैं कि एप्पल फोन जब चोरी होता है तो उसे वापस पाना लगभग नामुमकिन होता है, कारण है उसके सिक्योरिटी फीचर्स. एप्पल के फोन में ऐसे फीचर होते हैं कि चोर जब भी उसमें कोई अन्य सिम कार्ड लगाएगा तो आईफोन का लॉक खुलेगा ही नहीं.
पुलिस भी जल्दी अपराधियों तक पहुंच जाती है. इसलिए जब भी आईफोन चोरी होता है तो उसके पुर्जे अलग अलग करके चोर बेच देता है.
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