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Deepfake की लगेगी वाट, WhatsApp का ऐसा रामबाण इलाज जो बताएगा हर फोटो-वीडियो की सच्चाई

WhatsApp Tipline Tool For Deepfake: WhatsApp ने डीपफेक से निपटने के लिए टिपलाइन टूल जारी किया है जिससे आप यह पहचान पाएंगे कि AI जनरेटेड पोस्ट या वीडियो कौन-सा है. 

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Edited By: India Daily Live
WhatsApp Tipline Tool For Deepfake
Courtesy: Canva

WhatsApp Tipline Tool For Deepfake: लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान WhatsApp के टिपलाइन टूल को डीपफेक और गलत सूचना से निपटने के लिए पेश किया गया है. मिसइन्फॉर्मेशन कॉम्बैट अलायंस (MCA) की डीपफेक एनालिसिस यूनिट (DAU) ने इसे बनाया है जिसका उद्देश्य लोगों में जागरूकता बढ़ाना है. साथ ही पोस्ट और वीडियो में जो AI के जरिए हेरफेर किया जाता है उसे पहचानना भी है. 

WhatsApp Tipline टूल:

इस सर्विस को मार्च 2024 में लॉन्च किया गया था. WhatsApp की टिपलाइन के जरिए आप आसानी से फोटोज और वीडियो को वेरिफाई कर सकते हैं. यूजर्स ने हजारों मैसेज वेरीफाई करने के लिए इस टूल का इस्तेमाल किया. यह टूल हिंदी, तमिल, तेलुगु और अंग्रेजी समेत कई भाषाओं में उपलब्ध है, जिससे इसे भारत के ज्यादातर यूजर्स द्वारा इस्तेमाल किया जा सकेगा. 

WhatsApp Tipline का इस्तेमाल कैसे करें: 

  • सबसे पहले तो आपको WhatsApp टिपलाइन नंबर +91 9999025044 पर एक मैसेज भेजना होगा. 

  • फिर वेरिफिकेशन के लिए संदिग्ध ऑडियो या वीडियो शेयर करें. 

  • इसके बाद आपके पास रिपोर्ट आ जाएगी कि जो फोटो या वीडियो आपने डाली है वो AI जनरेटेड है या नहीं. 

WhatsApp Tipline कैसे करता है पहचान: 

डॉक्टर्ड वीडियो:
ये ऐसे वीडियो हैं जिनमें AI का इस्तेमाल करके ओरिजिनल ऑडियो को बदला गया है.इस तरह की वीडियो में व्यक्ति कुछ गलत या भड़काने वाला बोल रहा होता है. इन वीडियो में अक्सर अभिनेता, व्यवसायी, राजनेता और टीवी एंकर जैसे जाने-माने लोग शामिल होते हैं.

AI से बनाए गए मीम्स:
ये AI तकनीक जैसे फेस-ब्लेंडिंग का इस्तेमाल करके बनाए जाते हैं. इनमें अक्सर राजनेता और अन्य पब्लिक फिगर शामिल होती हैं. नकली और भ्रामक मीम्स बनाने के लिए और भी आसान तरीकों का इस्तेमाल किया जाता है. ऐसे आपको इस तरह के मीम्स पर यकीन हीं करना है.