Android Warning: मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (MeitY) ने एंड्रॉयड यूजर्स के लिए सिक्योरिटी वॉर्निंग जारी की है. मंत्रालय के साथ काम करने वाली इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-In) ने बताया है कि एंड्रॉयड 12 और बाद के वर्जनों में कई कमजोरियां पाई गई हैं, जो यूजर्स के लिए साइबर अटैक्स का खतरा बढ़ा सकती हैं.
सरकार की चेतावनी के मुताबिक, एंड्रॉइड 12 और उससे बाद के वर्जनों में पाई गई इन कमजोरियों का शिकार होकर यूजर्स की सेंसिटिव जानकारी चोरी की जा रही हैं. साथ ही यूजर्स की डिवाइस में अनधिकृत कोड भी डाला जा रहा है. इसके साथ ही, यह भी कहा गया है कि इस तरह की कमजोरियों का फायदा उठाकर साइबर क्रिमिनल्स सर्विस नेगेटिव स्टेटस (DoS) पैदा कर सकते हैं.
मंत्रालय ने साफ तौर पर बताया है कि ये कमजोरियां सॉफ्टवेयर फ्रेमवर्क में खामियों के कारण हो रही हैं, लेकिन चिपसेट कंपोनेंट्स में भी कुछ दोष हो सकते हैं.
CERT-In ने एंड्रॉइड 12, 13, 14 और 15 यूजर्स से आग्रह किया है कि वे अपने डिवाइस को तुरंत अपडेट करें जिससे संभावित हमलों से बचा जा सके. यह चेतावनी सेफ्टी के लिहाज से सबसे गंभीर में से एक मानी जा रही है, क्योंकि इसका प्रभाव डिवाइस के फंक्शन पर गंभीर हो सकता है.
डिवाइस को हमेशा अपडेट रखें और ऑटोमैटिक अपडेट को इनेबल करें जिससे नए खतरों से सुरक्षा हो सके.
अविश्वसनीय लिंक पर क्लिक न करें और केवल आधिकारिक ऐप स्टोर से ही ऐप्स डाउनलोड करें.
अपने अकाउंट्स के लिए मजबूत और यूनिक पासवर्ड का इस्तेमाल करें, साथ ही टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन को इनेबल करें.
पर्सनल डिटेल्स चुराने की कोशिश करने वाले फिशिंग अटैक्स से सतर्क रहें और सेंसिटिव डिटेल्स देने से पहले सोर्स को वेरिफाई करें.