US Elections: सितंबर में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि अगर वे चुनाव जीतते हैं तो वे गूगल पर मुकदमा चलाएंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि दिग्गज सर्च इंजन गूगल केवल 'उनके बारे में बुरी खबरें' दिखाता है. वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) सुंदर पिचाई ने अपने कर्मचारियों से कहा है कि कंपनी को 'हर पृष्ठभूमि और विश्वास के लोगों के लिए सूचना का एक विश्वसनीय स्रोत' होना चाहिए. चाहे अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में कोई भी जीते. सुंदर पिचाई के इस कदम से माना जा रहा है कि कहीं वो ट्रम्प से डर तो नहीं गए हैं. चलिए बताते हैं क्यों. पिचाई के इस कदम को को चुनावी वर्ष में खुद को राजनीतिक की जंग में उलझने से बचाने के लिए अपनाया गया हथकंडा माना जा रहा है.
इस साल सितंबर में रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि अगर वे चुनाव जीतते हैं तो वे सर्च इंजन दिग्गज पर मुकदमा चलाएंगे. पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने आरोप लगाया कि गूगल केवल उनके बारे में 'बुरी खबरें' दिखाता है.
ट्रंप ने अपने सोशल नेटवर्क ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा, गूगल का गलत इस्तेमाल किया गया है. सिर्फ मेरी बैड इमेज बनाने वाली पोस्ट किए गए हैं. उन पोस्ट का मकसद केवल मेरी इमेज खराब करना था. जबकि उसी समय, डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस के बारे में केवल अच्छी कहानियों को ही उजागर किया गया है.'
रॉयटर्स ने ट्रंप के हवाले से कहा, "यह एक अवैध गतिविधि है और उम्मीद है कि न्याय विभाग चुनावों में इस जबरदस्त हस्तक्षेप के लिए उन पर आपराधिक मुकदमा चलाएगा. अगर ऐसा नहीं होता है और हमारे देश के कानूनों के अधीन है, तो मैं चुनाव जीतने और संयुक्त राज्य अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद, अधिकतम स्तर पर उनके खिलाफ मुकदमा चलाने का अनुरोध करूंगा.'
वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार, 2019 में, ट्रम्प ने एक्स पर कई पोस्ट में आरोप लगाया कि 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में Google ने उनके बारे में नकारात्मक समाचारों को तरजीह दी थी. उस समय Google ने इन दावों को खारिज कर दिया था.
मंगलवार की सुबह पूर्वी और मध्य संयुक्त राज्य अमेरिका में चुनाव दिवस के लिए मतदान शुरू हो गया है, क्योंकि लाखों अमेरिकियों ने पहले ही यह तय करने के लिए मतदान कर दिया था कि रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रम्प को व्हाइट हाउस में दूसरी बार जगह मिलेगी या डेमोक्रेट कमला हैरिस इतिहास रचेंगी. उन शुरुआती मतदानों में जॉर्जिया, उत्तरी कैरोलिना और अन्य युद्ध के मैदान वाले राज्यों में रिकॉर्ड संख्या में मतदान शामिल थे, जो विजेता का फैसला कर सकते थे.