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'चारधाम यात्रा पर पड़ा पहलगाम हमले का असर', केदारनाथ-बदरीनाथ आने से कतरा रहे हैं तीर्थयात्री

Chardham Yatra 2025: महाराज ने होटल कारोबारियों से अनुरोध किया कि वे अपनी सेवाओं में गुणवत्ता बनाए रखें और 'अतिथि देवो भवः' की संस्कृति के अनुसार पर्यटन को बढ़ावा दें.

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Edited By: Anvi Shukla
Chardham Yatra 2025
Courtesy: social media

Chardham Yatra 2025: उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा है कि पहलगाम आतंकी हमले और भारत-पाक तनाव की वजह से उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की संख्या में कमी आई है. मसूरी समेत कई प्रमुख डेस्टिनेशन इस समय अपेक्षित संख्या में पर्यटक नहीं देख पा रहे हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि जैसे ही हालात सामान्य होंगे, उत्तराखंड एक बार फिर सैलानियों से गुलजार हो जाएगा.

सतपाल महाराज ने कहा, 'देश के अलग-अलग हिस्सों से आने वाले पर्यटकों और तीर्थयात्रियों का स्वागत करने के लिए उत्तराखंड पूरी तरह तैयार है. हमारी संस्कृति 'अतिथि देवो भवः' की है और हमें इसी भावना के साथ अपने सेवाएं देनी होंगी.' उन्होंने होटल व्यवसायियों से अपील की कि वे पर्यटकों को उच्च गुणवत्ता की सेवाएं प्रदान करें जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिले और आने वाले समय में उत्तराखंड में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हो.

चारधाम यात्रा पर कोई असर नहीं

पर्यटन मंत्री ने साफ किया कि चारधाम यात्रा पर किसी प्रकार का असर नहीं पड़ा है. श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह बना हुआ है. अभी तक 25 लाख से अधिक यात्रियों ने चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण कराया है. इनमें से लगभग ढाई लाख श्रद्धालु धामों के दर्शन कर चुके हैं. उन्होंने बताया कि फरवरी से शुरू हुई जीएमवीएन की गेस्ट हाउस बुकिंग से अब तक 12 लाख रुपये से ज्यादा की कमाई हुई है, जो तीर्थयात्रा की रफ्तार और श्रद्धालुओं के उत्साह को दर्शाती है.

पंजीकरण अनिवार्य, सुरक्षा के पूरे इंतजाम

केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन अनिवार्य किया गया है. बिना रजिस्ट्रेशन के किसी भी श्रद्धालु को दर्शन की अनुमति नहीं होगी. सरकार ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं ताकि श्रद्धालु बिना किसी डर के दर्शन कर सकें.

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