Uttarakhand News: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में इस बार की रामलीला कुछ खास रही है. बुधवार शाम के मंचन में पात्रों के संवादों में नकल माफिया हाकम सिंह का जिक्र हुआ है. एक पात्र ने मजाकिया अंदाज में कहा, 'सुना है उत्तराखंड में पटवारी का पेपर लीक हो गया है.' इस पर दूसरे पात्र ने चुटकी ली, 'मैंने तो एग्जाम भरा ही नहीं महाराज!' इस संवाद पर दर्शक हंस पड़े और तालियों की गड़गड़ाहट से मंच गूंज उठा.
हाकम सिंह साल 2022 में पटवारी भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले का मुख्य आरोपी बना था. जांच में सामने आया कि इस पूरे घोटाले की जड़ में वही था. उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में छापेमारी के दौरान कई ऐसे आरोपी पकड़े गए, जो भर्ती परीक्षा से सीधे तौर पर जुड़े थे. इस मामले ने प्रदेश की भर्ती प्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
हाल ही में शनिवार को पुलिस और एसटीएफ ने हाकम सिंह को एक बार फिर गिरफ्तार कर लिया है. आरोप है कि रविवार को हुई UKSSSC परीक्षा से पहले ही उसने अपने साथी पंकज गौड़ के साथ मिलकर अभ्यर्थियों को पास कराने का लालच दिया और उनसे 15 लाख रुपये तक वसूलने की कोशिश की थी. यह रकम पेपर लीक कराकर उम्मीदवारों को अनुचित तरीके से परीक्षा पास कराने के लिए मांगी गई थी. पुलिस ने उसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की है और उसकी कई संपत्तियों को जब्त कर लिया गया है.
रामलीला में पहुंचा उत्तराखंड पटवारी पेपर लीक कांड!
छात्रों के सपनों का हरण करने वाले असली खलनायक BJP सरकार है।#paperleak #Uttarakhand pic.twitter.com/AotMr6sx5I— Deepak Khatri (@Deepakkhatri812) September 25, 2025Also Read
उत्तरकाशी में जिला पंचायत की राजनीति करने वाला हाकम सिंह लंबे समय तक अपने रसूख और पैसे के दम पर लोगों को प्रभावित करता रहा. जब उसके पास पैसा आने लगा तो उसने विदेश यात्राओं और ऐशो-आराम का शौक पाल लिया. यही नहीं, वह एक वीडियो एल्बम में भी नजर आया था.
सोशल मीडिया पर हाकम सिंह के लिए अलग-अलग नाम चल रहे हैं. कोई उसे तंज कसते हुए 'रोजगार का देवता' बता रहा है, तो कोई उसे 'गुनाहों का देवता' कह रहा है. मीम्स के जरिए लोग उसकी करतूतों पर अपना अपना रिएक्शन साझा करते हैं.
प्रदेश में युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले इस घोटाले को लेकर जनता बेहद नाराज है. बेरोजगारी और प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधली से जूझ रहे अभ्यर्थी हाकम सिंह को लेकर गुस्से में हैं. यही कारण है कि उसकी चर्चा न केवल अखबारों और न्यूज चैनलों में बल्कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों और सोशल मीडिया में भी जमकर हो रही है.