देहरादून: उत्तराखंड के ऋषिकेश में हुए अंकिता भंडारी हत्याकांड से जुड़ा VIP ऑडियो विवाद फिर से सुर्खियों में आ गया है. सहारनपुर निवासी उर्मिला सनावर ने अब एक नया वीडियो जारी किया है. इस वीडियो में उन्होंने पुलिस और सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
उर्मिला का कहना है कि पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने के बहाने जानबूझकर खतरे में डालने(मरवाने) की कोशिश कर रही है. उनका आरोप है कि पुलिस छिप-छिपकर उन्हें पकड़ने के लिए घूम रही है, जबकि उन्होंने पहले ही कह दिया था कि सरकार और पुलिस जहां बुलाएगी, वे खुद वहां पहुंच जाएंगी.
इस पूरे विवाद के बीच हरिद्वार पुलिस ने VIP ऑडियो से जुड़े मामलों की जांच के लिए विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया है. इस टीम को एसपी सिटी अभय कुमार सिंह के नेतृत्व में काम करने के निर्देश दिए गए हैं. SIT का उद्देश्य इस मामले की पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी जांच करना है.
इस विवाद के बाद एकेश्वर ब्लॉक की पूर्व पंचायत सदस्य आरती गौड़ का भी एक वीडियो सामने आया है. इसमें उन्होंने कहा कि उर्मिला को कई बार पुलिस सबूत लेकर थाने बुला चुकी है, लेकिन वह पुलिस से दूर भाग रही हैं. गौड़ ने दावा किया कि उर्मिला बार-बार कहती हैं कि पुलिस जहां बुलाएगी वहां आएंगी, लेकिन जब बुलाया जाता है तो वह आती नहीं है. उन्होंने इस मामले को उत्तराखंड में अशांति फैलाने की साजिश बताया.
वायरल वीडियो में उर्मिला सनावर ने जनता से अपील करते हुए कहा कि उत्तराखंड की जनता सच समझे और चुप न बैठे. उन्होंने कहा कि सरकार और पुलिस उनकी बात नहीं सुन रही हैं, बल्कि उन्हें पकड़ने के लिए छिप-छिपकर प्रयास कर रही हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ऐसा हुआ तो इसका गंभीर परिणाम होगा.
पूर्व पंचायत सदस्य आरती गौड़ ने भी उर्मिला से सवाल किया कि वह पुलिस से भाग क्यों रही हैं. उन्होंने कहा कि उर्मिला ने पहले बहुत शेरनी बनने की बात कही थी, लेकिन अब उनका यह शेरनीपन कहां गया?
आपको बता दें कि उर्मिला ने वीडियो में कई बीजेपी नेताओं के नाम भी जोड़े. 22 दिसंबर को उन्होंने फेसबुक लाइव में दावा किया था कि अंकिता भंडारी हत्याकांड में भाजपा के पूर्व राज्यसभा सांसद दुष्यंत कुमार गौतम और यमकेश्वर ब्लॉक से पूर्व जिला पंचायत सदस्य आरती गौड़ का हाथ है. उनका यह दावा एक रिकॉर्डिंग पर आधारित था.
इस वीडियो के सामने आने के बाद कांग्रेस ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग उठाई. उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि यदि 10 दिनों के भीतर सीबीआई जांच का आदेश नहीं होता है, तो वे आंदोलन करेंगे. उनका आरोप है कि सरकार मामले के सबूत छुपा रही है.
दो थानों में एफआईआर दर्ज
हरिद्वार के बहादराबाद थाने और नेहरू कॉलोनी थाने में पूर्व विधायक सुरेश राठौर और उर्मिला सनावर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी. आरोप है कि इन ऑडियो-वीडियो को जानबूझकर सोशल मीडिया पर फैलाया गया, जिससे भाजपा नेता दुष्यंत कुमार गौतम की छवि को नुकसान पहुंचाया जा सके. हरिद्वार के बहादराबाद थाने में यह शिकायत डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने दर्ज कराई थी, जबकि देहरादून के थाने में पूर्व जिला पंचायत सदस्य आरती गौड़ ने मामला दर्ज कराया था.
अंकिता भंडारी की हत्या 18 सितंबर 2022 को हुई थी. वह ऋषिकेश के एक रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी. अचानक उनके गायब होने के बाद कुछ समय बाद उनका शव नहर के पास मिला. हत्या के आरोप में रिसॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर सौरभ भास्कर और असिस्टेंट मैनेजर शामिल थे. इस मामले ने पूरे देश में आक्रोश फैलाया था. इसके बाद बीजेपी ने कार्रवाई करते हुए विनोद आर्य और उनके बेटे को पार्टी से निलंबित कर दिया.
इस पूरे मामले में SIT की जांच, उर्मिला सनावर के आरोप और राजनैतिक दबाव ने इसे लगातार सुर्खियों में बनाए रखा है. जनता और प्रशासन दोनों ही इस विवाद पर निगाह बनाए हुए हैं, और उत्तराखंड में सुरक्षा और कानून व्यवस्था की संवेदनशीलता को लेकर बहस जारी है.