इटावा में भागवत कथा के दौरान कथावाचक मुकुट मणि यादव और उनके सहायक संत कुमार यादव के साथ हुई बदसलूकी मामले पर कवि कुमार विश्वास ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि धार्मिक आयोजनों को जाति आधारित विवादों से दूर रखना चाहिए, क्योंकि इससे धार्मिक पवित्रता प्रभावित होती है. उन्होंने कहा- कथावाचकों का काम भगवान और भक्तों के बीच सेतु बनाने का है. उन्होंने सभी से जातिवाद से ऊपर उठकर धार्मिक एकता पर ध्यान देने की अपील की और इस मुद्दे को अनावश्यक बताया.
गौरतलब है कि इटावा के थाना बकेवर क्षेत्र के एक गांव में आयोजित भागवत कथा के दौरान कथावाचक मुकुट मणि यादव और उनके सहायक संत कुमार यादव की जाति पूछी गई थी. जाति बताने पर ब्राह्मण समुदाय के कुछ लोगों ने कथावाचकों के साथ अभद्र व्यवहार किया था. इस घटना में उनकी चोटी और बाल काट दिए गए और जातिसूचक शब्दों के साथ वीडियो बनाया गया, जो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
मामले में पीड़ित कथावाचकों ने आरोप लगाया है कि उन्हें फर्जी कथावाचक बताकर बंधक बनाया गया और उनके साथ अन्यायपूर्ण व्यवहार किया गया. संत कुमार यादव की चोटी और बाल काटे गए, एक महिला से जबरन पैर छुआए गए, साथ ही उनका हारमोनियम तोड़ दिया गया और मानव मूत्र छिड़का गया. इस पूरे मामले की वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.