मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के जनपद मुरादाबाद के पाकबड़ा थाना क्षेत्र में स्थित एक मदरसे में 13 वर्षीय छात्रा से प्रवेश के लिए ‘वर्जिनिटी सर्टिफिकेट’ की मांग करने का मामला सामने आया है. इस पर पीड़िता के पिता ने शिकायत दर्ज करा दी, जिसके बाद पुलिस ने एडमिशन-इंचार्ज को गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल, छात्रा वर्ष 2024 में मदरसे में सातवीं कक्षा में दाखिल हुई थी. इस वर्ष उसका आठवीं कक्षा में नामांकन कराने के लिए माता-पिता मदरसे में पहुंचे, लेकिन प्रवेश देने से पहले मदरसे द्वारा वर्जिनिटी सर्टिफिकेट और मेडिकल परीक्षण की शर्त रखी गई.
पिता ने इस मांग को अपमानजनक बताया. उन्होंने बताया कि मदरसे ने प्रवेश न देने की धमकी देते हुए कहा कि यदि वह प्रमाण पत्र नहीं देंगे तो छात्रा को नामांकन नहीं मिलेगा.
पाकबड़ा थाना क्षेत्र में पिता द्वारा शिकायत के बाद पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया. मामले में पुलिस ने आरोपी एडमिशन-इंचार्ज मोहम्मद शाहजहां को गिरफ्तार किया है. प्रधानाचार्या व अन्य कर्मचारियों से पूछताछ जारी है. एसपी सिटी रणविजय सिंह ने बताया कि शिकायत प्राप्त होने पर प्रारंभिक जांच की गई जिसमें आरोपों को गंभीर पाया गया है. आगे आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
पीड़ि के पिता ने संस्थान पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं.छात्रा के पिता का कहना है कि जब उनकी पत्नी बेटी को लेकर मदरसा पहुंची, तो वहां मौजूद कर्मचारियों ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया. पिता के अनुसार, मदरसे के कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें एक फोन कॉल आया था, जिसमें दावा किया गया कि छात्रा के पिता ने ही अपनी बेटी के साथ गलत संबंध बनाए हैं,इसी वजह से वर्जिनिटी सर्टिफिकेट मांगा जा रहा है.
पीड़िता के पिता ने इस आरोप को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह न केवल उनकी बेटी का अपमान है, बल्कि पूरे परिवार की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने की कोशिश है. उन्होंने कहा कि मदरसे ने हमारी बेटी को बदनाम करने और हमारे परिवार का चरित्र हनन करने का काम किया है.
मदरसे के मुफ्ती सलमान ने कहा कि अब तक इस तरह के आरोप नहीं मिले हैं. उन्होंने बताया कि संस्था में लगभग 400 छात्राएं पढ़ती हैं और उनका प्रचार-प्रसार साफ है. उन्होंने कहा कि फीस लेना कोई अपराध नहीं है.