Mahakumbh 2025: महाकुंभ का पहला अमृत स्नान यानी शाही स्नान आज से शुरू हो चुका है. हाथों में त्रिशूल-भाला-डमरू-तीर-तलावर लेकर नागा साधु संगम तट पर स्नान करने के लिए पहुंच रहे हैं. निर्वाणी आखाड़ा के साधु शरीर में भभूत लपेटे हुए हैं और शरीर पर सिर्फ लंगोट या वह भी नहीं. ऐसी स्थिति में संगम तट की तरफ पैदल, हाथी, घोडे़ और रथ की सवारी के साथ पहुंचे. इस दौरान सिर्फ हर-हर महादेव के उद्घोष सुनाई दिए.
निर्वाणी अखाड़े के साधु संगम में स्नान कर चुके हैं, जिसके बाद निरंजनी के साधु संगम पहुंचे हैं. नागा साधुओं के स्नान को देखने के लिए संगम क्षेत्र में करीब 15 से 20 लाख श्रद्धालु पहुंचे हुए हैं. देश के कोने-कोने और दुनियाभर से लोग पहुंचकर साधुओं का आशीर्वाद ले रहे हैं. प्रयागराज की तरफ आने वाली सड़कों पर करीब 8-10 किलोमीटर में श्रद्धालुओं का रेला है.
शहर में वाहनों का प्रवेश बंद
संगम में अमृत स्नान के लिए सभी 13 अखाड़ों को 30 से 40 मिनट का अलग-अलग समय दिया गया है. इसके बाद आम श्रद्धालु संगम में स्नान करेंगे. दुनियाभर की मीडिया और 60 हजार पुलिसकर्मी महाकुंभ मेला क्षेत्र में मौजूद हैं. इसके अलावा पैरामिलिट्री फोर्स और कमांडो भी मेला क्षेत्र में तैनात हैं. प्रयागराज की तरफ आने वाले सभी वाहनों को शहर से बाहर ही रोक दिया गया है. शहर में सिर्फ पैदल प्रवेश मिल रहा है.
बड़े हनुमान मंदिर बंद
भारी भीड़ को देखते हुए बड़े हनुमान मंदिर (लेटे हुए हनुमान जी) को बंद कर दिया गया है. संगम में इस तरह से भीड़ पहुंच रही है, मानो पूरा संसार यहीं आना चाह रहा है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पौष पूर्णिमा के दिन संगम क्षेत्र में करीब 1.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने पुण्य की डुबकी लगाई. एपल को-फाउंडर स्टीव जॉब्स की पत्नी लारेन पॉवेल भी संगम में स्नान करने पहुंची हैं. वे निरंजनी अखाड़े से जुड़ी हुई हैं.