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युवक की मौत के बाद बिगड़े हालात, परिजनों और ग्रामीणों ने पुलिस पर बरसाए ईंट-पत्थर, देखें वीडियो

Gorakhpur News: शाम के समय उग्र हुई भीड़ ने नौसड़ चौकी का घेराव कर लिया और पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए ईंट-पत्थर बरसाने शुरू कर दिए.

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Edited By: Kanhaiya Kumar Jha
Gorakhpur News
Courtesy: X/@yogeshhindustan

Gorakhpur News: गोरखपुर के गीडा थाना क्षेत्र के जवाहरचक गांव में एक युवक की मौत के बाद मंगलवार को हालात बेकाबू हो गए. मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने शव को नौसड़ चौराहे पर रखकर प्रदर्शन किया और करीब चार घंटे तक गोरखपुर-लखनऊ व गोरखपुर-वाराणसी मार्ग को जाम कर दिया. प्रशासन के समझाने-बुझाने और कार्रवाई के आश्वासन के बाद जाम तो समाप्त हुआ, लेकिन शाम को स्थिति फिर से बिगड़ गई.

शाम के समय उग्र हुई भीड़ ने नौसड़ चौकी का घेराव कर लिया और पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए ईंट-पत्थर बरसाने शुरू कर दिए. पथराव में एक महिला सिपाही गंभीर रूप से घायल हो गई. मौके पर मौजूद पुलिस बल अंदर ही बैठा रहा और बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा सका. स्थिति नियंत्रण से बाहर होती देख गीडा, खजनी, बेलीपार, तिवारीपुर सहित कई थानों की फोर्स मौके पर बुलाई गई. बाद में भारी पुलिस बल ने स्थिति पर काबू पाया.

किस बात से आक्रोशित थे परिजन और ग्रामीण? 

दरअसल, 4 अक्तूबर की शाम जवाहरचक निवासी हनुमान पर गांव के ही रोशन चौहान और उसके परिजनों ने लाठी-डंडों से हमला कर दिया था. गंभीर रूप से घायल हनुमान को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां हालत बिगड़ने पर उसे लखनऊ पीजीआई रेफर किया गया. सोमवार शाम इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

मृतक की मां और पत्नी लक्ष्मीना ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उसने आरोपियों को बचाने के लिए मुकदमे में हेराफेरी की. उनका कहना है कि प्रारंभिक तहरीर में चार से पांच लोगों के नाम दिए गए थे, लेकिन पुलिस ने केवल एक आरोपी के खिलाफ ही मामला दर्ज किया.

उग्र हुए ग्रामीण, पुलिस चौकी का किया घेराव

हनुमान की मौत की सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने शव के साथ नौसड़ चौराहे पर प्रदर्शन शुरू कर दिया. कई घंटों तक चले जाम के कारण दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं. बाद में प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों ने समझाकर जाम समाप्त कराया.

हालांकि, शाम करीब चार बजे भीड़ एक बार फिर उग्र हो गई और नौसड़ चौकी का घेराव कर लिया. पुलिस जीप पर लाठी-डंडों और पत्थरों से हमला किया गया. करीब सात मिनट तक पुलिसकर्मी जीप में फंसे रहे. इसके बाद भारी फोर्स बुलाकर भीड़ को तितर-बितर किया गया.

क्या कहा पुलिस ने?

एसपी नॉर्थ जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि घटना के बाद मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. भीड़ द्वारा बताए गए अन्य नामों की जांच की जा रही है और उन्हें मुकदमे में शामिल करने की कार्रवाई की जा रही है.

परिजनों ने प्रशासन की ये मांग

  1. घटना में शामिल बाकी चार आरोपियों की गिरफ्तारी की जाए.
  2. पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाए.
  3. लापरवाह पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की जाए.
  4. पीड़ित परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए.
  5. इलाज में हुए खर्च की भरपाई की जाए.