उत्तर प्रदेश के संभल में सिटी ऑफिसर (CO) रहे अनुज चौधरी को उनकी शानदार सेवा के लिए अब अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) के पद पर पदोन्नति दी गई है. प्रमोशन का आदेश जारी होने के बाद एसपी केके बिश्नोई और एएसपी राजेश कुमार श्रीवास्तव ने अनुज चौधरी की वर्दी पर अशोक स्तंभ लगाकर उन्हें सम्मानित किया. यह उपलब्धि उनके कर्तव्यनिष्ठा और समर्पण का प्रतीक है, जिसने उन्हें पुलिस सेवा में एक खास मुकाम दिलाया है.
अपने बयानों से चर्चा में आए थे चौथरी
अनुज चौधरी अपनी बेबाक टिप्पणियों के लिए हमेशा सुर्खियों में रहे हैं. संभल में हिंसा और होली व जुम्मे की नमाज के एक ही दिन पड़ने को लेकर उनके बयानों ने खूब चर्चा बटोरी. उन्होंने कहा था, "होली साल में एक बार आती है, जबकि जुम्मे की नमाज 52 बार, अगर किसी को होली के रंगों से परहेज है, तो वे उस दिन घर पर रहें." इसके अलावा, संभल हिंसा के दौरान उन्होंने बयान दिया था, "वह मरने के लिए फोर्स में भर्ती नहीं हुए हैं." इन बयानों ने उन्हें जनता और मीडिया में चर्चा का केंद्र बना दिया.
Wrestler-turned-cop Anuj Chaudhary has been promoted to the rank of additional supertendent of police. pic.twitter.com/OAlE4n3YqN
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) August 9, 2025
योगी आदित्यनाथ ने किया था समर्थन
हालांकि सीएम योगी आदित्यनाथ ने अनुच चौधरी के इस विवादित बयान का समर्थन करते हुए कहा था 'पहलवान है, पहलवान की तरह ही बोलेगा."
कुश्ती में शानदार करियर
पुलिस सेवा में आने से पहले अनुज चौधरी एक अंतरराष्ट्रीय पहलवान के रूप में अपनी पहचान बना चुके थे. मूल रूप से मुजफ्फरनगर के बहेड़ी गांव के निवासी, अनुज 1997 से 2014 तक लगातार राष्ट्रीय चैंपियन रहे. उन्होंने 2002 और 2010 के नेशनल गेम्स में दो रजत पदक जीते, साथ ही 2005-2009 की एशियाई चैंपियनशिप में भी पदक हासिल किया. 2010 के दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक और 2004 के एथेंस ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व उनके करियर के सुनहरे पल हैं. उन्हें 'शेर-ए-हिंद', 'भारत कुमार', 'उत्तर प्रदेश केसरी' और 'वीर अभिमन्यु' जैसे खिताबों से नवाजा गया है.