UP Transformer Dispute: उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में बिजली विभाग की लापरवाही और असंवेदनशीलता एक बार फिर सुर्खियों में है. इस बार मामला उस स्तर तक पहुंच गया जब राज्य सरकार के कारागार राज्यमंत्री सुरेश राही को खुद अपने विधानसभा क्षेत्र में ट्रांसफॉर्मर उतारने के लिए मौके पर पहुंचना पड़ा.
पूरा मामला हरगांव क्षेत्र का है, जहां बीते 20 दिनों से एक गांव का ट्रांसफॉर्मर खराब पड़ा था. ग्रामीण अंधेरे में थे और लगातार शिकायतों के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही थी. जिसके बाद मंत्री सुरेश राही ने खुद JE रमेश मिश्रा को फोन कर स्थिति बताई, तो मंत्री के बताया कि JE ने कहा, 'खुद आकर उतरवा लो ट्रांसफॉर्मर'.
राज्य सरकार में माननीय राज्यमंत्री श्री सुरेश राही जी के साथ सीतापुर जिले के विद्युत विभाग के हरगांव के जूनियर इंजीनियर (JE) द्वारा अविवेकपूर्ण व्यवहार बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है। साथ ही उक्त JE की जनता की समस्याओं के प्रति संवेदनहीनता और अपने कार्य में शिथिलता भी अक्षम्य है।…
— A K Sharma (@aksharmaBharat) August 5, 2025Also Read
इस असभ्य जवाब से नाराज मंत्री राही ने ऊर्जा निगम की एमडी रिया केजरीवाल को कॉल किया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया. इसके बाद मंत्री स्वयं मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों व कार्यकर्ताओं की मदद से रस्सी के सहारे ट्रांसफॉर्मर उतारा. इसके बाद वे पावर हाउस पहुंचे और धरने पर बैठ गए. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
मामला जब ऊर्जा मंत्री एके शर्मा तक पहुंचा तो उन्होंने तत्काल UPPCL चेयरमैन आशीष गोयल और MVVNL की एमडी रिया केजरीवाल को तलब किया. ऊर्जा मंत्री ने सख्त लहजे में कहा कि जब एक मंत्री की बात नहीं सुनी जा रही, तो आम जनता का क्या हाल होता होगा. उन्होंने यह भी कहा कि विभाग में कई बार लापरवाही की घटनाएं सामने आ रही हैं, लेकिन जवाबदेही तय नहीं हो पा रही है.
इसके तुरंत बाद JE रमेश मिश्रा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया. ऊर्जा मंत्री ने एक्स पर लिखा कि मंत्री से असभ्य व्यवहार, कार्य में शिथिलता और संवेदनहीनता अक्षम्य है. उन्होंने सभी बिजलीकर्मियों को चेतावनी दी कि अगर जनप्रतिनिधियों और जनता के साथ असभ्य व्यवहार हुआ तो इसके गंभीर परिणाम होंगे.