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बहन को प्रेमी से बात करते पकड़ा, मां के साथ मिलकर हाथ-पैर बांधे और गला दबाया, शव को कई बार कार से कुचला

भाई ने प्रेमी से बात करने पर 20 वर्षीय बहन की ऑनर किलिंग कर दी. मां की मदद से उसके हाथ-पैर बांधे, बोरे में भरकर कार से ले गया और गोंडा में गला घोंटकर शव फेंक दिया. पुलिस ने मां-बेटे को गिरफ्तार किया, ममेरा भाई फरार है.

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Kanhaiya Kumar Jha

बस्ती: उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले से ऑनर किलिंग का दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक 20 वर्षीय युवती को उसके भाई ने सिर्फ इसलिए मौत के घाट उतार दिया, क्योंकि वह एक लड़के से बात करती थी. हत्या में भाई के साथ मां भी शामिल रही.

कैसे रची गई हत्या की पूरी साजिश

दरअसल, बस्ती जिले के परसा जागीर गांव की रहने वाली अनुराधा ग्रेजुएशन की छात्रा थी. 16 नवंबर को उसका छोटा भाई मनीष दोस्तों के साथ गोरखपुर से लौट रहा था. घर पहुंचने पर उसने अनुराधा को फोन पर किसी लड़के से बात करते हुए देख लिया. यह बात उसे नागवार गुजरी और दोनों में बहस हो गई.

मनीष ने यह बात अपनी मां निर्मला देवी को बताई. मां ने भी बेटी को डांटा. इसके बाद दोनों ने मिलकर अनुराधा को खत्म करने की योजना बना ली. रात में फिर झगड़ा हुआ, गुस्से में मनीष ने बहन का मोबाइल तोड़ दिया.

फिर मां रस्सी लेकर आईं. मनीष ने बहन के हाथ-पैर बांधे, उसे बोरे में भरा और अपनी बलेनो कार की डिक्की में डाल दिया. ममेरे भाई मुस्कान को साथ लेकर वह कार से निकल पड़ा.

रास्ते में गला घोंटा, गोंडा में फेंककर कार चढ़ाई

रास्ते में सुनसान जगह देखकर मनीष ने रस्सी से बहन का गला दबाया, ताकि कोई आवाज बाहर न आए. गाड़ी अयोध्या की ओर ले जाने की कोशिश की, लेकिन रास्ता बंद मिला. फिर वह वापस मुड़कर दुबौलिया–विशेषरगंज होते हुए गोंडा पहुंचा.

गोंडा में नवाबगंज के पास पेट्रोल भरवाने के बाद आरोपी बनगांव के पास पीडी बंध पर पहुंचा. यहां सुनसान स्थान देखकर उसने अनुराधा के शरीर को कार से नीचे फेंका और उस पर गाड़ी चढ़ा दी. मौत की पुष्टि होने के बाद वह मनकापुर–बभनान–गौरा मार्ग से बस्ती की ओर भाग गया.

शव मिलने के बाद जांच शुरू, 13 दिन में खुलासा

17 नवंबर को गोंडा पुलिस को सड़क किनारे एक युवती का शव मिला. ग्राम प्रधान मंजीत सिंह की शिकायत पर हत्या का केस दर्ज हुआ. एसपी विनीत जायसवाल ने मामले की जांच के लिए 5 टीमें बनाई.

CCTV फुटेज की जांच के दौरान एक संदिग्ध कार दिखाई दी. इसके आधार पर पुलिस ने मनीष और उसकी मां निर्मला से पूछताछ की. दोनों के बयान में विरोधाभास मिला. कड़ी पूछताछ में दोनों ने अपना गुनाह स्वीकार कर लिया, जिसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया. ममेरे भाई मुस्कान की तलाश जारी है.