UP Barabanki News: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में एक साध्वी ने मुस्लिम युवकों पर आरोप लगाया था कि उन्होंने मंदिर के पास भैंसे का मीट बनाकर खाया और शराब पी. साध्वी ने आरोप लगाया था कि जब उन्होंने युवाओं को रोका तो युवाओं ने मंदिर में घुसकर उनकी पिटाई की और उनके कपड़े फाड़ दिए. अब पुलिस की जांच में ये आरोप झूठे निकले हैं.
पहले पुलिस ने साध्वी के कहने पर युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके उन्हें जेल भेज दिया था. पुलिस ने जांच में पाया कि युवकों और साध्वी के बीच हुए विवाद का कारण कुछ और ही थी. मंदिर के पास भैंसे के मीट बनाने वाली खबर फर्जी है.
इस मामले की विस्तार से जांच करने पर बाराबंकी पुलिस ने पाया कि साध्वी द्वारा युवकों पर लगाए गए आरोप फर्जी है. इसके बारे में बाराबंकी के एसपी नॉर्थ चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि मंदिर में घुसकर जानलेवा हमला करने और मंदिर के पास मीट बनाने वाली खबर पूरी तरह से फेक पाई गई है. इसमें कोई भी सच्चाई नहीं है.
जिस साध्वी ने यह आरोप लगाए थे उनका नाम ज्योति है. ज्योति और फैय्याज नाम के युवक के अच्छे संबंध है. फैय्याज का उसके इलाके कुछ लड़कों से विवाद चल रहा था. मुजीब, पिल्लू और जुनैद पुराने विवाद को लेकर साध्वी और फैय्याज के घर पहुंचे थे. इस दौरान फैय्याज की पत्नी से उनका विवाद हो गया. इसके साथ ही साध्वी से भी बहस हो गई थी.
इस घटना के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर भी विवाद मचा था. लोगों में इस बात को लेकर भी रोष था कि आखिर कोई मंदिर के बाहर कैसे कोई मीट बनाकर खा सकता है. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था. हालांकि, बाद में जब जांच की गई तो कहानी कुछ और ही निकली.