Meerut Medical College: मेरठ जिला अस्पताल से एक महिला मरीज को मेरठ मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया गया. जहां उसके साथ जिला अस्पताल से इंटर्न भी आई, लेकिन रास्ते में भी कविता की मौत हो गई. इस घटना से गुस्साए परिजनों ने इंटर्न के साथ मारपीट की. डॉक्टर्स ने आरोप लगाया कि जब डॉक्टर मनीष ने इसका विरोध किया तो उन्होंने उसकी भी पिटाई कर दी. इस घटना के बाद 250 रेजिडेंट डॉक्टर्स ने इस्तीफा दे दिया है.
इस समय जूनियर डॉक्टर मनीष पर हमले से नाराज रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर चले गए और आपातकालीन सेवाएं बंद कर दीं. डॉक्टरों की मांग है कि उनकी सुरक्षा हमेशा सवालों के घेरे में रहती है और कोई उनकी बात नहीं सुनना चाहता. लापरवाही के कारण ही जूनियर डॉक्टर मनीष पर हमला किया गया. रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन की अध्यक्ष का कहना है कि सुरक्षा के मुद्दे लगातार उठाए जा रहे हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है. इस बार हम काम पर वापस नहीं जा रहे हैं, हमने काम छोड़ दिया है.' उनके मुताबिक अभी तक मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. मेडिकल कॉलेज में इमरजेंसी सेवाएं बंद होने से मरीजों और नर्सिंग स्टाफ दोनों को परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है.
मेरठ के एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है. युवा डॉक्टर पर हमला करने वाले आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. पुलिस जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लेगी.