Sikar Police Attack: राजस्थान के सीकर जिले से हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां धोद कस्बे में डीडवाना-कुचामन जिले की मौलासर पुलिस टीम नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी को गिरफ्तार करने पहुंची थी. इसी दौरान आरोपी के परिजनों, जिनमें महिलाएं भी शामिल थीं, उन्होंने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया. इस दौरान पुलिसकर्मियों के बाल नोचे गए और थप्पड़ भी जड़े गए. मामला अब पॉक्सो एक्ट और राजकार्य में बाधा सहित कई धाराओं में दर्ज किया गया है.
नाबालिग से दुष्कर्म का मामला
सूत्रों के अनुसार, धोद कस्बे के अनोखु रोड निवासी गौतम कुमार बलाई पर आरोप है कि उसने डीडवाना-कुचामन जिले की एक नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया. बाद में किशोरी को पुलिस ने बरामद किया तो उसने गौतम पर दुष्कर्म का गंभीर आरोप लगाया. पीड़िता के परिवार की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया और पॉक्सो एक्ट समेत कई धाराएं जोड़ीं.
मंगलवार शाम करीब साढ़े 5 बजे मौलासर थाने के कांस्टेबल मुकेश और विजेंद्र आरोपी को पकड़ने उसके घर पहुंचे. दोनों पुलिसकर्मी आरोपी को काबू में कर घर से बाहर भी ले आए थे. लेकिन तभी आरोपी के परिजनों ने रास्ता रोककर पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया. गुस्साई महिलाओं ने पुलिसकर्मियों के बाल नोचे और थप्पड़ जड़े. इसके बावजूद पुलिसकर्मी आरोपी को पकड़कर अपने कब्जे में लिए रहे.
आरोपी और हमलावरों पर केस
हमले की सूचना तुरंत धोद थाना पुलिस को दी गई. थोड़ी ही देर में स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई और आरोपी गौतम को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही हमलावर परिजनों को भी हिरासत में लिया गया. फिलहाल आरोपी और परिजनों के खिलाफ राजकार्य में बाधा डालने सहित कई धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.
धोद थाने के एएसआई जगदीश प्रसाद ने बताया कि मौलासर थाना पुलिस की टीम आरोपी गौतम को पकड़ने आई थी. गिरफ्तारी के दौरान आरोपी के परिवार वालों ने न केवल विरोध किया बल्कि पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट भी की. आरोपी अपनी बहन के घर धोद थाना इलाके में छिपा हुआ था. पुलिस ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और परिजनों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर आगे की जांच की जा रही है.
लगातार बढ़ रहे पुलिस पर हमले के मामले
सीकर जिले में पुलिसकर्मियों पर हमले की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. यह मामला इस बात का प्रमाण है कि अपराधियों के परिजन भी कानून-व्यवस्था बनाए रखने वाली पुलिस के लिए चुनौती बनते जा रहे हैं. पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में कोई पुलिसकर्मियों पर हाथ उठाने की हिम्मत न कर सके.