राजस्थान में बिजली के स्मार्ट मीटर अब उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का सबब बनते जा रहे हैं. जोबनेर क्षेत्र के एक उपभोक्ता को उस घर का 1 लाख 26 हजार से ज्यादा का बिल थमा दिया गया, जो बीते कई महीनों से पूरी तरह बंद पड़ा है. यह मामला सोशल मीडिया और क्षेत्रीय चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि अब लोग स्मार्ट मीटर के ओवर-स्मार्ट रवैये से घबरा रहे हैं.
जोबनेर के सराय मोहल्ला निवासी अमीरुद्दीन रंगरेज का मकान बीते कई महीनों से खाली पड़ा है, क्योंकि उनका परिवार जयपुर में रह रहा है. पुराने मीटर से हर महीने जीरो यूनिट खपत दिखाई जा रही थी और वे नियमित ₹153 जमा कर रहे थे. लेकिन हाल ही में पुराना मीटर हटाकर नया स्मार्ट मीटर लगाया गया. इसके बाद जब पहला बिल आया तो उसमें कुल खपत 14,422 यूनिट दर्शाई गई और कुल बिल ₹1,26,296 बना, जिसे देखकर अमीरुद्दीन के होश उड़ गए.
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जिस मकान में न तो कोई बल्ब जल रहा है और न कोई उपकरण चल रहा है, वहां मीटर की अंदर लगी टिमटिमाती लाइट से ही लाखों का बिल आ गया. अमीरुद्दीन ने बताया कि सिर्फ मीटर की लाइट टिमटिमा रही थी, कोई उपयोग नहीं था. ऐसे में स्मार्ट मीटर पर सवाल खड़े हो गए हैं और इससे उन लोगों में भी डर फैल गया है जिन्होंने अपने घरों में हाल ही में स्मार्ट मीटर लगवाए हैं.
इस मामले की शिकायत जब विद्युत वितरण निगम के कार्यालय में की गई तो कनिष्ठ अभियंता हरलाल बूरी ने कहा कि यह तकनीकी कारणों से हो सकता है. उन्होंने आश्वासन दिया कि विभाग समस्या की जांच कर रहा है और समाधान जल्द निकाला जाएगा. उपभोक्ता ने उम्मीद जताई है कि विभाग इस गंभीर त्रुटि को जल्द ठीक करेगा, ताकि उन्हें अनावश्यक आर्थिक नुकसान न झेलना पड़े.