India Pakistan Tension: राजस्थान के झुंझुनूं जिले का वीर सपूत सुरेन्द्र कुमार मोगा पाकिस्तान की ओर से की गई एयर स्ट्राइक में शहीद हो गया. सुरेन्द्र कुमार झुंझुनूं के मंडावा क्षेत्र के मेहरादासी गांव के रहने वाले थे और वर्तमान में उनकी पोस्टिंग जम्मू से 40 किलोमीटर दूर उधमपुर में थी. वे सेना की मेडिकल यूनिट में कार्यरत थे. बीती रात पाकिस्तान द्वारा की गई बमबारी में सुरेन्द्र ने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्योछावर कर दिए.
बता दें कि शहीद सुरेन्द्र अपने पीछे पत्नी और दो छोटे बच्चों को रोता-बिलखता छोड़ गए हैं. उनकी आठ साल की बेटी और पांच साल का बेटा है. परिवार भी उधमपुर में ही उनके साथ रहता था. परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है.
सुबह सेना से आई मनहूस खबर
वहीं, सुबह करीब 10 बजे सेना मुख्यालय से सुरेन्द्र के जीजा जयप्रकाश (निवासी बाजीसर) को फोन पर शहादत की खबर दी गई. फिलहाल शहीद के पार्थिव शरीर के गांव पहुंचने के समय को लेकर कोई जानकारी नहीं मिली है. जैसे ही गांव में यह खबर फैली, पूरा इलाका शोक में डूब गया. सैकड़ों ग्रामीण शहीद के घर पहुंचे और परिवार को सांत्वना देने की कोशिश करने लगे.
14 साल पहले सेना में हुए थे भर्ती
बताते चले कि सुरेन्द्र कुमार का जन्म 8 सितंबर 1990 को हुआ था और वे करीब 14 साल पहले सेना में भर्ती हुए थे. उनके पिता शिशुपाल सिंह सीआरपीएफ से रिटायर्ड थे, जिनका कुछ समय पहले निधन हो चुका है. परिवार ने अब तक सुरेन्द्र की मां को बेटे की शहादत की सूचना नहीं दी है, क्योंकि वे इस आघात को सह नहीं पाएंगी.
इकलौते बेटे की शहादत से टूटा परिवार
बहरहाल, सुरेन्द्र कुमार अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे. वे 29 मार्च को गांव आए थे और 15 अप्रैल को परिवार समेत ड्यूटी पर लौटे थे. गांव में उन्होंने हाल ही में नया मकान बनवाया था, जिसमें गृह प्रवेश भी किया गया था. बेटे की इस तरह की शहादत ने पूरे गांव को गमगीन कर दिया है.