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India Daily

Jaguar Plane crash: चुरू में जगुआर प्लेन क्रैश की होगी जांच, दो पायलटों की मौत के बाद IAF ने लिया फैसला

राजस्थान के चूरू ज़िले में एक रुटीन ट्रेनिंग मिशन के दौरान भारतीय वायुसेना का जगुआर ट्रेनर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें सवार दोनों पायलटों की मौके पर ही मौत हो गई. घटना के बाद वायुसेना और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं. हादसे की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए गए हैं.

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Edited By: Kuldeep Sharma
Jaguar Plane crash
Courtesy: web

बुधवार को दोपहर करीब 1:25 बजे राजस्थान के चूरू जिले के रतनगढ़ क्षेत्र में भारतीय वायुसेना का एक जगुआर ट्रेनर विमान रुटीन प्रशिक्षण मिशन के दौरान क्रैश हो गया. इस दुर्घटना में विमान में सवार दोनों पायलटों की दर्दनाक मौत हो गई. घटना की पुष्टि होते ही पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है. भारतीय वायुसेना ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि वह इस कठिन समय में शहीद पायलटों के परिवारों के साथ खड़ी है.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हादसे की खबर मिलते ही मौके पर अफरा-तफरी मच गई. स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने पहले एक जोरदार धमाका सुना, फिर आसमान में धुएं और आग की ऊंची लपटें उठती देखीं. विमान का मलबा एक खेत में गिरा, जहां आग लग गई और पास की घास भी जलने लगी. मलबे के साथ-साथ कुछ मानव अंग भी बुरी तरह क्षत-विक्षत हालत में मिले. ग्रामीणों ने आग बुझाने की कोशिश की और प्रशासन को तुरंत सूचना दी. जिला कलेक्टर अभिषेक सुराणा, पुलिस, फायर ब्रिगेड और सेना की राहत टीम जल्द ही घटनास्थल पर पहुंची.

भारतीय वायुसेना ने जताया शोक

भारतीय वायुसेना ने आधिकारिक बयान में कहा कि दुर्घटना के समय विमान एक नियमित ट्रेनिंग मिशन पर था. इस हादसे में कोई नागरिक संपत्ति को नुकसान नहीं हुआ है. वायुसेना ने यह भी बताया कि दुर्घटना की विस्तृत जांच के लिए एक कोर्ट ऑफ इंक्वायरी (आंतरिक जांच) गठित की गई है, जो यह पता लगाएगी कि विमान क्रैश का कारण तकनीकी खामी थी या कोई और वजह. वायुसेना ने कहा, "हम अपने बहादुर पायलटों की शहादत को सलाम करते हैं और उनके परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करते हैं."

पांच महीने में तीसरा हादसा

गौरतलब है कि पिछले पांच महीनों में यह तीसरा मौका है जब जगुआर ट्रेनर विमान दुर्घटना का शिकार हुआ है. इससे पहले 7 मार्च को अंबाला और 2 अप्रैल को जामनगर (गुजरात) में इसी प्रकार के हादसे हुए थे. अंबाला में पायलट सुरक्षित बच निकले थे, लेकिन जामनगर हादसे में एक पायलट की जान चली गई थी. अब चूरू की यह घटना चिंता का विषय बन गई है. राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि प्रशासन को तुरंत राहत-बचाव कार्य के निर्देश दे दिए गए हैं. उन्होंने दिवंगत आत्माओं की शांति और शोकाकुल परिजनों को इस दुख को सहने की शक्ति देने की प्रार्थना की है.