Bhilwara SDM Viral Video: राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में एक अजीबो-गरीब वाकया सामने आया, जहां एक पेट्रोल पंप पर SDM छोटू लाल शर्मा और कर्मचारियों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों ने एक-दूसरे को थप्पड़ जड़ दिए. पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
मामला रायला थाना क्षेत्र के जसवंतपुरा स्थित सीएनजी पेट्रोल पंप का है. जानकारी के अनुसार, 21 अक्टूबर की दोपहर करीब तीन बजे एसडीएम छोटू लाल शर्मा अपने परिवार के साथ कार में सवार होकर यात्रा पर निकले थे. उन्होंने पंप पर सीएनजी भरवाने के लिए गाड़ी रोकी, लेकिन कार का बोनट नहीं खोला. इस बीच पंप कर्मी ने पीछे खड़ी दूसरी कार में सीएनजी भरना शुरू कर दिया, जिससे एसडीएम नाराज़ हो गए.
गुस्से में एसडीएम गाड़ी से उतरे और पंप कर्मचारी से कहासुनी करने लगे. बात बढ़ी तो उन्होंने कर्मचारी को धक्का देकर थप्पड़ मार दिया. जब एक अन्य कर्मचारी ने बीच-बचाव करने की कोशिश की और समझाने लगा कि बोनट बंद होने की वजह से सीएनजी नहीं भरी जा सकती थी, तो एसडीएम ने उसे भी थप्पड़ मार दिया. इसके जवाब में उस कर्मचारी ने भी एसडीएम को थप्पड़ जड़ दिया.
"SDM हूँ यहा का ,पहले दूसरे की गाड़ी मे CNG केसे डाला "
— Nehra Ji (@nehraji77) October 22, 2025
फिर SDM ने पेट्रोल पंप कर्मी को थप्पड़ जड़ दिया
जबाब मे पेट्रोल पंप कर्मी ने थप्पड़ मारा तो
पुलिस ने पेट्रोल पंप के 3 कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया
भीलवाडा ,राजस्थान@Bhilwara_Police @BhajanlalBjp ऐसे SDM पर… pic.twitter.com/VHQbHla1Gx
इसके बाद मौके पर अफरातफरी मच गई. बताया जा रहा है कि एसडीएम के परिवार के लोग भी उस वक्त वहीं मौजूद थे. घटना से तिलमिलाए एसडीएम ने तत्काल पुलिस को बुलाया और तीन पंप कर्मचारियों को गिरफ्तार करवा दिया. उन्होंने पुलिस में इस संबंध में लिखित शिकायत भी दी है.
सीसीटीवी फुटेज में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि पहले एसडीएम ने कर्मचारियों पर हाथ उठाया, जिसके बाद उन्हें भी थप्पड़ पड़ा. यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से वायरल है और लोग इस पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएँ दे रहे हैं. कई यूजर्स ने इसे जैसे को तैसा वाली घटना बताया.
गौरतलब है कि छोटू लाल शर्मा वर्तमान में प्रतापगढ़ जिले में एसडीएम के पद पर तैनात हैं. हालांकि घटना के दौरान वे अपने पुराने कार्यक्षेत्र भीलवाड़ा आए हुए थे. बताया जा रहा है कि विवाद के दौरान उन्होंने खुद को स्थानीय एसडीएम बताते हुए कर्मचारियों पर दबाव बनाने की कोशिश की थी.