पंजाब में बाढ़ से बिगड़े हालात ने कई जिलों को प्रभावित किया है. इन्हीं में से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में शामिल है फिरोजपुर जिला, जहां मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को जमीनी हकीकत देखने के लिए दौरा किया. इस दौरान उन्होंने नाव के जरिए गांवों तक पहुंचकर न सिर्फ हालात का जायज़ा लिया बल्कि प्रभावित परिवारों से सीधा संवाद भी किया. इस दौरान मुख्यमंत्री भावुक हो उठे और ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि सरकार हर हाल में उनके साथ खड़ी है.
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सबसे पहले सतलुज नदी के किनारे बसे गांव गट्टी राजो का दौरा किया, जो बाढ़ से सबसे ज़्यादा प्रभावित इलाकों में शामिल है. पानी से घिरे इस गांव तक वे नाव से पहुंचे और ग्रामीणों से सीधे मुलाकात की. मान ने परिवारों की समस्याएं सुनीं और उन्हें भरोसा दिलाया कि किसी को भी असहाय नहीं छोड़ा जाएगा. उन्होंने कहा कि इस कठिन घड़ी में सरकार की पूरी मशीनरी लोगों की सेवा में लगी है और हर ज़रूरत को प्राथमिकता दी जाएगी.
ग्रामीणों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री कई बार भावुक हो गए. लोगों ने अपने घरों और खेतों को हुए नुकसान की बातें साझा कीं, जिस पर मान ने कहा कि उनका दर्द सरकार का दर्द है. उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही हर परिवार को मुआवजा और राहत सामग्री मिलेगी. मुख्यमंत्री ने बच्चों और बुजुर्गों से विशेष रूप से बात कर उनकी जरूरतों का ध्यान रखने का वादा किया.
#WATCH | Ferozepur, Punjab: Chief Minister Bhagwant Mann got emotional while interacting with the flood-affected people of the district.
— ANI (@ANI) September 2, 2025
Source: PRO AAP pic.twitter.com/sutTr0tTOx
अपने दौरे के दौरान मान ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक भी की. उन्होंने राहत और बचाव कार्यों की प्रगति की समीक्षा की और स्पष्ट निर्देश दिए कि हर प्रभावित व्यक्ति तक राहत सामग्री समय पर पहुंचे. उन्होंने कहा कि मदद के वितरण में किसी भी तरह की देरी या भेदभाव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने स्वयं राहत सामग्री के वितरण का जायजा लिया और अधिकारियों से डिजिटल ट्रैकिंग व्यवस्था को मजबूत बनाने को कहा.
मुख्यमंत्री मान ने सतलुज नदी के किनारे का निरीक्षण कर बाढ़ की वजहों पर भी चर्चा की. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि भविष्य में ऐसी स्थितियों से बचाव के लिए ठोस कदम उठाए जाएं. इस दौरान उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन की योजनाओं को मज़बूत किया जाएगा और बाढ़ नियंत्रण के लिए स्थायी उपाय किए जाएंगे. उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि सरकार केवल तात्कालिक राहत ही नहीं, बल्कि लंबे समय तक उनके सुरक्षित भविष्य के लिए भी काम करेगी.