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Fauja Singh Hit And Run Case: फौजा सिंह केस में NRI 30 घंटे में गिरफ्तार, पुलिस ने फॉर्च्यूनर भी की जब्त

Fauja Singh Hit And Run Case: 114 वर्षीय फौजा सिंह से जुड़े हिट एंड रन केस में एनआरआई अमृतपाल सिंह ढिल्लों को 30 घंटे में गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी ने पूछताछ में हादसे की बात कबूल की है और उसकी फॉर्च्यूनर भी बरामद कर ली गई है. पुलिस अब मामले की आगे की जांच में जुटी है.

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Edited By: Km Jaya
Fauja Singh hit and run case Punjab
Courtesy: Social Media

Fauja Singh Hit And Run Case: 114 वर्षीय मशहूर मैराथन धावक फौजा सिंह से जुड़े हिट एंड रन केस में पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए 30 घंटे के भीतर एनआरआई अमृतपाल सिंह ढिल्लों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी की फॉर्च्यूनर गाड़ी, जिससे यह हादसा हुआ, भी पुलिस ने बरामद कर ली है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह घटना पंजाब के ब्यास क्षेत्र के पास की है, जहां फौजा सिंह को एक तेज रफ्तार फॉर्च्यूनर ने टक्कर मार दी थी और वाहन चालक मौके से फरार हो गया था. इसके बाद देहात पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी हरविंदर सिंह विर्क के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम बनाई.

गाड़ी की नंबर प्लेट से हुआ खुलासा

जांच के दौरान पुलिस ने पहले इलाके में चल रही सभी संदिग्ध फॉर्च्यूनर गाड़ियों की सूची तैयार की. गाड़ी की नंबर प्लेट के आधार पर पता चला कि यह गाड़ी कपूरथला के अठौली गांव निवासी वरिंदर सिंह के नाम पर रजिस्टर्ड है. पूछताछ में वरिंदर सिंह ने बताया कि उन्होंने यह गाड़ी एनआरआई अमृतपाल सिंह ढिल्लों को बेची थी, जो हाल ही में कनाडा से भारत आया है.

आरोपी हुआ गिरफ्तार

इसके बाद पुलिस ने अमृतपाल की तलाश शुरू की. हादसे के बाद अमृतपाल गांव-गांव घूमता रहा और सीधा जालंधर के करतारपुर के दासूपुर गांव पहुंचा, जहां से पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया. पूछताछ में अमृतपाल ने जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि वह मुकेरिया से मोबाइल फोन बेचकर लौट रहा था. जब वह ब्यास के पास पहुंचा, तो एक बुजुर्ग उसकी गाड़ी की चपेट में आ गए. उसे नहीं पता था कि वह व्यक्ति फौजा सिंह हैं. जब मीडिया में रात को खबरें आईं, तब जाकर उसे हादसे की गंभीरता का अहसास हुआ.

आरोपी की अदालत में पेशी

पुलिस अब आरोपी को अदालत में पेश कर रिमांड पर लेगी ताकि आगे की जांच की जा सके. पुलिस यह भी पता लगा रही है कि क्या गाड़ी उस समय तेज रफ्तार में थी या फिर लापरवाही से चलाई जा रही थी. इस बात की सच्चाई का पता लगाने में लगी है. इस बीच, फॉर्च्यूनर की बरामदगी और आरोपी की गिरफ्तारी को पुलिस ने बड़ी सफलता बताया है.