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इंदौर में दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं ने तोड़ा क्रिसमस ट्री, लगाए जय श्री राम के नारे; वीडियो वायरल

यह घटना लासुडिया थाना अधिकार क्षेत्र में स्थित हब फूड स्ट्रीट में हुई. पुलिस ने बताया कि उपद्रवियों ने जबरन क्रिसमस ट्री को हटा दिया और धार्मिक नारे लगाते हुए अन्य सजावट को भी बर्बाद कर दिया.

Sagar
Edited By: Sagar Bhardwaj
इंदौर में दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं ने तोड़ा क्रिसमस ट्री, लगाए जय श्री राम के नारे; वीडियो वायरल
Courtesy: @SurajKrBauddh

इंदौर में कुछ दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को द अब फूड स्ट्रीट में जमकर उत्पात मचाया और उन्होंने क्रिसमस ट्री और अन्य सजावट को जबरन हटा दिया. पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.

इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक समूह धार्मिक नारे लगाते हुए सजावट को तोड़ रहा है. क्लिप में एक महिला इन उपद्रवियों से ऐसा ना करने को कहती है लेकिन उसकी बात को अनसुना कर दिया जाता है. वीडियो में उपद्रवियों को जय श्रीराम के नारे लगाते हुए सुना जा सकता है.

अतिरिक्त पुलिस उपाक्युत राजेश डंडोतिया ने इस वीडियो की पुष्टि की है. उन्होंने कहा, 'हमारी सोशल मीडिया निगरानी टीम इस वीडियो की जांच कर रही है. जांच के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी. हालांकि अभी तक इस मामले में कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं हुई है.'

लासुडिया थाना क्षेत्र का मामला

यह घटना लासुडिया थाना अधिकार क्षेत्र में स्थित हब फूड स्ट्रीट में हुई. पुलिस ने बताया कि उपद्रवियों ने जबरन क्रिसमस ट्री को हटा दिया और धार्मिक नारे लगाते हुए अन्य सजावट को भी बर्बाद कर दिया. इस वीडियो ने स्थानीय लोगों में भय पैदा करने का काम किया.

अधिकारियों ने बताया कि यह घटना एक प्राइवेट इवेंट के दौरान हुई. अधिकारियों ने बताया कि वे सार्वजनिक सुरक्षा और सांस्कृतिक समारोहों की रक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक उपायों का आकलन कर रहे हैं.

धूमिल होती लोकतंत्र की छवि

इस तरह की घटनाओं से विश्व में भारत की छवि खराब होती है, क्योंकि भारत एक लोकतंत्रिक देश है जहां हर धर्म के के व्यक्ति को अपनी धार्मिक आस्था के अनुसार अपने त्योहार को मानने की आजादी है. इस कृत्य ने निश्चित तौर पर भारत की छवि को दुनियाभर में धूमिल किया है.

इससे पहले रायपुर से भी इसी तरह की घटना सामने आई थी जहां एक दक्षिणपंथी समूह ने क्रिसमस की सजावट को तोड़ दिया था. इसके अलावा देश के अन्य इलाकों से क्रिसमस का बहिष्कार करने की घटनाएं सामने आईं.