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India Daily

'UN के आदेश पर हुआ था सीजफायर', तिरंगा रैली में फिसली बीजेपी नेता की जुबान तो ऐसे किया डैमेज कंट्रोल

मध्य प्रदेश के मनगवां के पूर्व भाजपा विधायक नरेंद्र प्रजापति के बयान ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है. उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' की कामयावी के उपलक्ष्य में तिरंगा यात्रा निकाली थी.

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Edited By: Garima Singh
 leader narendra prajapati
Courtesy: x

MP News: मध्य प्रदेश के मनगवां के पूर्व भाजपा विधायक नरेंद्र प्रजापति के बयान ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है. उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' की कामयावी के उपलक्ष्य में तिरंगा यात्रा निकाली थी. जहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि, 'भारत ने यूएन के आदेश पर सीजफायर किया था.'

हालांकि अब उन्होंने मीडिया के सामने अपने बयान को पलट दिया. उन्होंने कहा कि वो, 'यूनाइटेड स्टेट अमेरिका' की बात कर रहे थे न कि यूनाइटेड नेशंस की.'  बयान पर कांग्रेस ने तीखा हमला बोला है, जबकि भाजपा विधायक की सफाई ने विवाद को और हवा दी है. यह पहली बार नहीं है जब मध्य प्रदेश के भाजपा नेताओं के बयानों ने विवाद को जन्म दिया हो. 

तिरंगा यात्रा के बाद विवादित दावा

मनगवां में तिरंगा यात्रा के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए नरेंद्र प्रजापति ने कहा, "भारत ने UN के कहने पर सीजफायर किया था " यह बयान भारत-पाकिस्तान सीमा पर हाल के तनाव के संदर्भ में था, जहां ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद 10 मई को दोनों देशों के बीच सीजफायर समझौता हुआ था. पाकिस्तान के DGMO ने भारतीय DGMO से संपर्क कर सीजफायर का अनुरोध किया था, जिसके बाद सहमति बनी थी. प्रजापति का यह दावा उनकी ही पार्टी के आधिकारिक रुख के विपरीत है, जिसमें कहा गया था कि भारत ने यह फैसला स्वतंत्र रूप से लिया. 

सफाई में उलझे विधायक

बयान पर सवाल उठने पर प्रजापति ने सफाई दी, 'मैंने यूएस की जगह  यूएन का उपयोग किया था  वह गलती से निकल गया था.' उनकी यह सफाई विवाद को शांत करने के बजाय और भ्रम पैदा कर रही है. इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट किया था, 'भारत किसी के दबाव में फैसला नहीं करता. भारत जवाब देना जानता है." प्रजापति के बयान ने उनकी सरकार के इस दावे पर सवाल खड़े कर दिए हैं. 

कांग्रेस का तीखा हमला

कांग्रेस ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया. प्रदेश उपाध्यक्ष कविता पांडे ने कहा, "भाजपा के विधायक ही सरकार की पोल खोल रहे हैं. इंदिरा होना आसान नहीं है, न ही पाकिस्तान को तोड़कर बांग्लादेश बना देना आसान है.' उन्होंने प्रजापति को अपनी हैसियत में रहकर बयान देने की सलाह दी और कहा कि सेना के शौर्य पर सवाल उठाना बर्दाश्त नहीं होगा. 

भाजपा नेताओं का विवादों से नाता

यह पहला मौका नहीं है जब मध्य प्रदेश में भाजपा नेताओं के बयानों ने विवाद को जन्म दिया हो. हाल ही में कैबिनेट मंत्री विजय शाह ने कर्नल सोफिया कुरैशी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी.